व्रत कथा
भारत में अनेकों प्रकार के व्रतों को माना और मनाया जाता है और लगभग हर एक व्रत के मनाने के पीछे एक कहानी अथवा कथा होती है जिसे हम व्रत कथा कहते हैं।
सभी व्रत कथाएँ व्रत करने वाले साधक को कुछ ना कुछ जरूर सिखाती हैं और उससे प्रेरणा लेकर साधक अपने जीवन में आगे बढ़ता है। हम यहाँ पर लेकर आए हैं भारत में मनाए जाने वाले मुख्य व्रत कथाओं की PDF.
ALl Vrat Katha Sangrah – व्रत कथा संग्रह PDF
आप यहाँ से लगभग हर प्रकार की व्रत कथा PDF डाउनलोड कर सकते हैं। हम इन व्रत कथाओं की पीडीएफ़ को समय समय पर अपलोड और अपडेट करते रहते हैं।
व्रत क्या है
किसी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए दिनभर के लिए अन्न या जल या अन्य भोजन या इन सबका त्याग व्रत कहलाता है। किसी कार्य को पूरा करने का संकल्प लेना भी व्रत कहलाता है। संकल्पपूर्वक किए गए कर्म को व्रत कहते हैं।
व्रत क्यों करते हैं
व्रत, धर्म का साधन माना गया है। संसार के समस्त धर्मों ने किसी न किसी रूप में व्रत और उपवास को अपनाया है। व्रत के आचरण से पापों का नाश, पुण्य का उदय, शरीर और मन की शुद्धि, अभिलषित मनोरथ की प्राप्ति और शांति तथा परम पुरुषार्थ की सिद्धि होती है। अनेक प्रकार के व्रतों में सर्वप्रथम वेद के द्वारा प्रतिपादित अग्नि की उपासना रूपी व्रत देखने में आता है। इस उपासना के पूर्व विधानपूर्वक अग्निपरिग्रह आवश्यक होता है।
व्रत कथाएँ – All Vrat Katha PDF
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