नवरात्रि पूजन सामग्री सूची 2025 (Navratri Puja Samagri List) - Summary
हिंदी पंचांग के अनुसार इस साल नवरात्रि व्रत (वसंत) 3 Oct 2024 से लेकर 12 Oct, 2024 तक रहने वाली है इन नो दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा-अर्चना की जाएगी। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी। नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना या घटस्थापना की जाती है। मां दुर्गा को समर्पित नवरात्रि के त्योहार का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है।
हिन्दू धर्म के अनुसार नवरात्रि का बड़ा महत्व दिया जाता है। लोग भाग धूम धाम से 9 दिन में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं और पूरे 9 दिनों तक उपवास रखते हैं। नवरात्रि वर्ष में चार बार आता है। माघ, चैत्र, आषाढ, अश्विन मास में प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ रातों में तीन देवियों – महालक्ष्मी, महासरस्वती या सरस्वती और महाकाली के नौ स्वरुपों की पूजा होती है जिनके नाम और स्थान क्रमशः इस प्रकार है नन्दा देवी योगमाया (विंध्यवासिनी शक्तिपीठ), रक्तदंतिका (सथूर), शाकम्भरी (सहारनपुर शक्तिपीठ), दुर्गा(काशी), भीमा (पिंजौर) और भ्रामरी (भ्रमराम्बा शक्तिपीठ) नवदुर्गा कहते हैं। इस साल मां दुर्गा घोड़े पर आगमन करेंगी जिसे देवीभागवत पुराण में देश व जनता के लिए बेहद उत्तम माना जाता है।
नवरात्रि पूजन सामग्री की पूरी लिस्ट (Navratri Puja Samagri List 2025)
- लाल रंग की गोटेदार चुनरी
- लाल रेशमी चूड़ियां
- सिन्दूर
- आम के पत्ते
- लाल वस्त्र
- लंबी बत्ती के लिए रुई या बत्ती
- धूप
- अगरबत्ती
- माचिस
- चौकी
- चौकी के लिए लाल कपड़ा
- नारियल
- दुर्गासप्तशती किताब
- कलश
- साफ चावल
- कुमकुम
- मौली
- श्रृंगार का सामान
- दीपक
- घी/ तेल
- फूल
- फूलों का हार
- पान
- सुपारी
- लाल झंडा
- लौंग
- लायची
- बताशे या मिसरी
- कपूर
- उपले
- फल/मिठाई
- चालीसा व आरती की किताब
- देवी की प्रतिमा या फोटो
- कलावा
- मेवे
- आम की लकड़ी
- जौ
- धूप
- पांच मेवा
- घी
- लोबान
- गुगल
- लौंग
- कमल गट्टा
- सुपारी, कपूर.
- और हवन कुंड भी।
कलश स्थापना के लिए सामग्री
पुराणों के अनुसार मांगलिक कामों के पहले कलश की स्थापना करना शुभ माना जाता है। क्योंकि कलश में भगवान गणेश के अलावा नक्षत्र, ग्रह विराजमान होते हैं। इसके अलावा कलश में गंगाजल के अलावा तैतीस कोटि देवी-देवता होते है। इसलिए कलश स्थापना करना शुभ योग देने वाला माना जाता है। कलश स्थापना के लिए मिट्टी, मिट्टी का घड़ा, मिट्टी का ढक्कन, कलावा, जटा वाला नारियल, जल, गंगाजल, लाल रंग का कपड़ा, एक मिट्टी का दीपक, मौली, थोड़ा सा अक्षत, हल्दी-चूने से बना तिलक आदि ले आएं।
शारदीय नवरात्रि 2025 की तिथियां
नवरात्रि का पहला दिन | मां शैलपुत्री की पूजा | 3 Oct 2024 |
नवरात्रि का दूसरा दिन | मां ब्रह्मचारिणी की पूजा | 4 Oct 2024 |
नवरात्रि का तीसरा दिन | मां चंद्रघंटा की पूजा | 5 Oct 2024 |
नवरात्रि का चौथा दिन | मां कूष्मांडा की पूजा | 6 Oct 2024 |
नवरात्रि का पांचवां दिन | मां स्कंदमाता की पूजा | 7 Oct 2024 |
नवरात्रि का छठा दिन | मां कात्यायनी की पूजा | 8 Oct 2024 |
नवरात्रि का सातवां दिन | मां कालरात्रि की पूजा | 9 Oct 2024 |
नवरात्रि का आठवां दिन | मां सिद्धिदात्री की पूजा | 10 Oct 2024 |
नवरात्रि का नौवां दिन | मां महागौरी की पूजा | 11 Oct 2024 |
दशमी तिथि | विजयदशमी पर्व | 12 Oct 2024 |
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Also Download
कलश स्थापना विधि और मंत्र PDF
Navratri Pujan Vidhi PDF