प्रदोष व्रत कथा (Pradosh Vrat Katha) Hindi

0 People Like This
❴SHARE THIS PDF❵ FacebookX (Twitter)Whatsapp

प्रदोष व्रत कथा (Pradosh Vrat Katha) in Hindi

प्रदोष व्रत कथा | Pradosh Vrat Katha Book

प्रदोष व्रत भगवान शिव के साथ चंद्रदेव से जुड़ा है। मान्यता है कि प्रदोष का व्रत सबसे पहले चंद्रदेव ने ही किया था. माना जाता है श्राप के कारण चंद्र देव को क्षय रोग हो गया था। तब उन्होंने हर माह में आने वाली त्रयोदशी तिथि पर भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत रखना आरंभ किया था जिसके शुभ प्रभाव से चंद्रदेव को क्षय रोग से मुक्ति मिली थी।

प्रदोष व्रत में शिव संग शक्ति यानी माता पार्वती की पूजा की जाती है, जो साधक के जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करते हुए उसका कल्याण करती हैं। प्रदोष व्रत का महत्व और पूजा दिन और वार के अनुसार बदल जाता है।भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। एकादशी व्रतों की तरह ही इस व्रत का भी विशेष महत्व माना गया है। ये व्रत प्रत्येक मास की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। पंचांग अनुसार इस समय बैशाख मास का शुक्ल पक्ष चल रहा है।

प्रदोष व्रत कथा (Pradosh Vrat Katha Hindi)

स्कंद पुराण में वर्णित एक कथा के अनुसार प्राचीन काल में एक विधवा ब्राह्मणी अपने पुत्र को लेकर भिक्षा लेने जाती और संध्या को लौटती थी। एक दिन जब वह भिक्षा लेकर लौट रही थी तो उसे नदी किनारे एक सुन्दर बालक दिखाई दिया जो विदर्भ देश का राजकुमार धर्मगुप्त था। शत्रुओं ने उसके पिता को मारकर उसका राज्य हड़प लिया था। उसकी माता की मृत्यु भी अकाल हुई थी। ब्राह्मणी ने उस बालक को अपना लिया और उसका पालन-पोषण किया।

कुछ समय पश्चात ब्राह्मणी दोनों बालकों के साथ देवयोग से देव मंदिर गई। वहां उनकी भेंट ऋषि शाण्डिल्य से हुई। ऋषि शाण्डिल्य ने ब्राह्मणी को बताया कि जो बालक उन्हें मिला है वह विदर्भदेश के राजा का पुत्र है जो युद्ध में मारे गए थे और उनकी माता को ग्राह ने अपना भोजन बना लिया था। ऋषि शाण्डिल्य ने ब्राह्मणी को प्रदोष व्रत करने की सलाह दी। ऋषि आज्ञा से दोनों बालकों ने भी प्रदोष व्रत करना शुरू किया।

एक दिन दोनों बालक वन में घूम रहे थे तभी उन्हें कुछ गंधर्व कन्याएं नजर आई। ब्राह्मण बालक तो घर लौट आया किंतु राजकुमार धर्मगुप्त “अंशुमती” नाम की गंधर्व कन्या से बात करने लगे। गंधर्व कन्या और राजकुमार एक दूसरे पर मोहित हो गए, कन्या ने विवाह हेतु राजकुमार को अपने पिता से मिलवाने के लिए बुलाया। दूसरे दिन जब वह पुन: गंधर्व कन्या से मिलने आया तो गंधर्व कन्या के पिता ने बताया कि वह विदर्भ देश का राजकुमार है। भगवान शिव की आज्ञा से गंधर्वराज ने अपनी पुत्री का विवाह राजकुमार धर्मगुप्त से कराया। इसके बाद राजकुमार धर्मगुप्त ने गंधर्व सेना की सहायता से विदर्भ देश पर पुनः आधिपत्य प्राप्त किया। यह सब ब्राह्मणी और राजकुमार धर्मगुप्त के प्रदोष व्रत करने का फल था। स्कंदपुराण के अनुसार जो भक्त प्रदोषव्रत के दिन शिवपूजा के बाद एक्राग होकर प्रदोष व्रत कथा सुनता या पढ़ता है उसे सौ जन्मों तक कभी दरिद्रता नहीं होती।

प्रदोष व्रत कथा पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

प्रदोष व्रत साल 2024 लिस्ट (Pradosh Vrat 2024 List)

तारीख प्रदोष व्रत
09 जनवरी 2024, मंगलवार भौम प्रदोष व्रत (कृष्ण)
23 जनवरी 2024, मंगलवार भौम प्रदोष व्रत (शुक्ल)
07 फरवरी 2024, बुधवार बुध प्रदोष व्रत (कृष्ण)
21 फरवरी 2024, बुधवार बुध प्रदोष व्रत (शुक्ल)
08 मार्च 2024, शुक्रवार शुक्र प्रदोष व्रत (कृष्ण)
22 मार्च 2024, शुक्रवार शुक्र प्रदोष व्रत (शुक्ल)
06 अप्रैल 2024, शनिवार शनि प्रदोष व्रत (कृष्ण)
21 अप्रैल 2024, रविवार रवि प्रदोष व्रत (शुक्ल)
05 मई 2024, रविवार रवि प्रदोष व्रत (कृष्ण)
20 मई 2024, सोमवार सोम प्रदोष व्रत (शुक्ल)
04 जून 2024, मंगलवार भौम प्रदोष व्रत (कृष्ण)
19 जून 2024, बुधवार बुध प्रदोष व्रत (शुक्ल)
03 जुलाई 2024, बुधवार बुध प्रदोष व्रत (कृष्ण)
18 जुलाई 2024, गुरुवार गुरु प्रदोष व्रत (शुक्ल)
01 अगस्त 2024, गुरुवार गुरु प्रदोष व्रत (कृष्ण)
17 अगस्त 2024, शनिवार शनि प्रदोष व्रत (शुक्ल)
31 अगस्त 2024, शनिवार शनि प्रदोष व्रत (कृष्ण)
15 सितंबर 2024, रविवार रवि प्रदोष व्रत (शुक्ल)
29 सितंबर 2024, रविवार रवि प्रदोष व्रत (कृष्ण)
15 अक्टूबर 2024, मंगलवार भौम प्रदोष व्रत (शुक्ल)
29 अक्टूबर 2024, मंगलवार भौम प्रदोष व्रत (कृष्ण)
13 नवंबर 2024, बुधवार बुध प्रदोष व्रत (शुक्ल)
28 नवंबर 2024, गुरुवार गुरु प्रदोष व्रत (कृष्ण)
13 दिसंबर 2024, शुक्रवार शुक्र प्रदोष व्रत (शुक्ल)
28 दिसंबर 2024, शनिवार शनि प्रदोष व्रत (कृष्ण)

You can download the Pradosh Vrat Katha Book in PDF format using the link given below.

2nd Page of प्रदोष व्रत कथा (Pradosh Vrat Katha) PDF
प्रदोष व्रत कथा (Pradosh Vrat Katha)
PDF's Related to प्रदोष व्रत कथा (Pradosh Vrat Katha)

प्रदोष व्रत कथा (Pradosh Vrat Katha) PDF Download Free

SEE PDF PREVIEW ❏

REPORT THISIf the download link of प्रदोष व्रत कथा (Pradosh Vrat Katha) PDF is not working or you feel any other problem with it, please REPORT IT on the download page by selecting the appropriate action such as copyright material / promotion content / link is broken etc. If प्रदोष व्रत कथा (Pradosh Vrat Katha) is a copyright material we will not be providing its PDF or any source for downloading at any cost.

RELATED PDF FILES

Exit mobile version