आमलकी एकादशी व्रत कथा | Amalaki Ekadashi Vrat Katha Hindi

आमलकी एकादशी व्रत कथा | Amalaki Ekadashi Vrat Katha Hindi PDF download free from the direct link given below in the page.

7 Like this PDF
❴SHARE THIS PDF❵ FacebookX (Twitter)Whatsapp
REPORT THIS PDF ⚐

आमलकी एकादशी व्रत कथा | Amalaki Ekadashi Vrat Katha Hindi PDF

हिन्दू धर्म शास्त्रों में आमलकी एकादशी का महत्व विस्तार से बताया गया है। हरिवंश पुराण में भगवान श्रीविष्णु जी ने आमलकी एकादशी का महत्व का वर्णन किया है। जिसके अनुसार जो भी प्राणी स्वर्ग और मोक्ष प्राप्ति की कामना रखते हैं उन्हें फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष में पुष्य नक्षत्र में आने वाली आमलकी एकादशी का व्रत रखना चाहिए। अमालकी एकादशी व्रत पर आंवले की पूजा का महत्व इसलिए है क्‍योंकि इस दिन आंवले के वृक्ष की उत्पत्ति के साथ ही सृष्टि का आरंभ मानते हुआ था। आंवले को आमलकी कहते हैं।

आमलकी एकादशी या आमलकी एकादशी एक हिंदू पवित्र दिन है, जो फाल्गुन के चंद्र महीने में शुक्ल पक्ष के 11वें दिन मनाया जाता है। यह आमलकी या आंवला के पेड़ का उत्सव है, जिसे भारतीय आंवले के रूप में जाना जाता है, भगवान विष्णु का है, जिनके लिए एकादशी पवित्र है, माना जाता है कि वे पेड़ में निवास करते हैं।

आमलकी एकादशी व्रत कथा PDF | Amalaki Ekadashi Vrat Katha PDF in Hindi

पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह कहा जाता है कि ब्रह्मा जी भगवान विष्णु की नाभि से उत्पन्न हुए थे। एक दिन ब्रह्मा जी ने खुद को जानने की कोशिश की, जिसके लिए उन्होंने परब्रह्म की तपस्या करनी शुरू कर दी। उनकी भक्तिमय तपस्या से प्रसन्न होकर परब्रह्म भगवान विष्णु उनके सामने प्रकट हो गए। जैसे ही ब्रह्मा जी ने भगवान विष्णु को अपने समीप देखा वैसे ही वह रोने लगे।

कहा जाता है कि ब्रह्मा जी के आंसू भगवान विष्णु के चरणों पर गिर रहे थे। यह आंसू भगवान विष्णु के चरणों पर गिरकर आंवले के पेड़ में तब्दील हो गए थे। यह देख कर भगवान विष्णु ने कहा कि यह वृक्ष और इस वृक्ष का फल मुझे अत्यंत प्रिय रहेगा और जो भक्त आमलकी एकादशी पर इस वृक्ष की पूजा विधिवत तरीके से करेगा उसे मोक्ष की प्राप्ति होगी तथा उसके सारे पाप मिट जाएंगे।

आमलकी एकादशी व्रत विधि | Amalaki Ekadashi Vrat Puja Vidhi

  • सबसे पहले स्नान करके भगवान विष्णु की प्रतिमा के समक्ष हाथ में तिल, कुश, मुद्रा और जल लेकर आमलकी एकादशी व्रत का संकल्प करें।
  • संकल्प के पश्चात षोड्षोपचार सहित भगवान की पूजा करें।
  • भगवान की पूजा के पश्चात पूजन सामग्री लेकर आंवले के वृक्ष की पूजा करें।
  • सबसे पहले वृक्ष के चारों की भूमि को साफ करें और उसे गाय के गोबर से पवित्र करें।
  • पेड़ की जड़ में एक वेदी बनाकर उस पर कलश स्थापित करें।
  • इस कलश में देवताओं, तीर्थों एवं सागर को आमत्रित करें।
  • कलश में सुगन्धी और पंच रत्न रखें।
  • इसके ऊपर पंच पल्लव रखें फिर दीप जलाकर रखें।
  • कलश के कण्ठ में श्रीखंड चंदन का लेप करें और वस्त्र पहनाएं।
  • अंत में कलश के ऊपर श्री विष्णु के छठे अवतार परशुराम की स्वर्ण मूर्ति स्थापित करें और विधिवत रूप से परशुराम जी की पूजा करें।
  • रात्रि में भगवत कथा व भजन कीर्तन करते हुए प्रभु का स्मरण करें।
  • द्वादशी के दिन प्रात: ब्राह्मण को भोजन करवाकर दक्षिणा दें साथ ही परशुराम की मूर्ति सहित कलश ब्राह्मण को भेंट करें।
  • इन क्रियाओं के पश्चात परायण करके अन्न जल ग्रहण करें।

Download Amalaki Ekadashi Vrat Katha pdf in hindi or read online for free through link provided below.

PDF's Related to आमलकी एकादशी व्रत कथा | Amalaki Ekadashi Vrat Katha

Download आमलकी एकादशी व्रत कथा | Amalaki Ekadashi Vrat Katha PDF

1 more PDF files related to आमलकी एकादशी व्रत कथा | Amalaki Ekadashi Vrat Katha

Amalaki Ekadashi Vrat Katha PDF Hindi

Amalaki Ekadashi Vrat Katha PDF Hindi

Size: 0.07 | Pages: 4 | Source(s)/Credits: Multiple Sources | Language: Hindi

Amalaki Ekadashi Vrat Katha PDF Hindi download using the link given below.

Added on 14 Mar, 2022 by Pradeep

REPORT THISIf the purchase / download link of आमलकी एकादशी व्रत कथा | Amalaki Ekadashi Vrat Katha PDF is not working or you feel any other problem with it, please REPORT IT by selecting the appropriate action such as copyright material / promotion content / link is broken etc. If this is a copyright material we will not be providing its PDF or any source for downloading at any cost.

SIMILAR PDF FILES

  • Babulal Chaturvedi Calendar 2023

    Babulal Chaturvedi (पंडित बाबूलाल चतुर्वेदी कैलेंडर हिंदी) ji is a famous and well-known astrologer of India, who is also considered very much for his calendar and panchang. Another name Pandit Babulal Chaturvedi is also called Bhuvan Vijay Panchang, and the author of this almanac is Pt. Suryakant Chaturvedi and publisher...

  • Ekadashi Aarti

    एकादशी आरती को एकादशी के दिन वर व्रत कथा पढ़ने के बाद पड़ते हैं।  हिन्दू धर्मानुसार प्रत्येक महीने की एकादशी तिथि को भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन एकादशी व्रत किया जाता है। वैष्णव समाज और हिन्दू धर्म के लिए एकादशी व्रत महत्वपूर्ण और पुण्यकारी माना जाता...

  • Hindu Calendar 2024 with Tithi in Hindi

    अगर आप नए साल 2024 का हिन्दू कैलंडर को खोज रहे है तो आप सही जगह पर आए है। आप यह से  Hindu Calendar 2024 with Tithi in Hindi PDF में प्राप्त करके आने वाले साल के त्योहारों के बारे सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।  इस हिन्दू पंचांग कैलेंडर...

  • Hindu Panchang Calendar 2023 Hindi

    हिन्दू कैलेंडर 2023 आगामी तीज-त्योहारों और हर साल आने वाले व्रतों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। इन सभी में हिंदू धर्म के अलावा मुस्लिम, ईसाई, सिख और कई अन्य समुदायों के त्योहार शामिल हैं। हिंदू कैलेंडर 2023 (हिंदू पंचांग कैलेंडर 2023) बहुत प्रसिद्ध पंचांग है जिसका उपयोग भारत...

  • Kishor Jantri Panchang 2023 Hindi

    Kishor Jantri Panchang 2023 PDF इस पंचांग में आपको व्रत, उत्सव (त्योहारों), विवाह मुहूर्त, सूर्योदय, सूर्यास्तम, तेजी मांडी विचार, चंद्र स्तिथि, मासिक कुंडली, मासिक अवकाश, भद्रा स्तिथि, पंचक विचार, मूल विचार, गृह विचार सब कुछ पढ़ने को मिलेगा। किशोर जंत्री पंचांग में हिंदू धर्म के अलावा मुस्लिम, ईसाई, सिख और...

  • ThakurPrasadCalendar2023(ठाकुरप्रसादकैलेंडर)

    Thakur Prasad Calendar 2023 (ठाकुर प्रसाद कैलेंडर 2023) is a Panchang calendar is made up of many elements including Nakshatra, Karana, Yoga, Festival, Vaar, Paksha, Yoga, etc. Thakur Prasad Panchang Calendar 2023 PDF can be downloaded from the link given at the bottom of this page. Thakur Prasad Panchang 2023...

  • अजा एकादशी व्रत कथा | Aja Ekadashi Vrat Katha & Pooja Vidhi Hindi

    भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी कहा जाता है। इस वर्ष अजा एकादशी व्रत 03 सितंबर दिन शुक्रवार को है। इस दिन व्रत करने और भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति एक अश्वमेघ यज्ञ कराने से अधिक पुण्य की प्राप्ति होती है। पापों का नाश...

  • एकादशी व्रत कथाएं बुक | Ekadashi Vrat Kathayen Book Hindi

    एकादशी (“ग्यारहवीं”), जिसे आकादशी भी कहा जाता है, दो चंद्र चरणों में से प्रत्येक का ग्यारहवां चंद्र दिवस (तिथि) है जो एक वैदिक कैलेंडर माह में होता है । शुक्ल पक्ष (चमकते चंद्रमा की अवधि भी जाना जाता है) वैक्सिंग चरण के रूप में) और कृष्ण पक्ष (लुप्त होते चंद्रमा...

  • एकादशीव्रतलिस्ट2023-2024

    हिन्दू धर्म के अनुसार एकादशी व्रत (Ekadashi Vrat 2023-2024 List PDF) का बहुत माना गया है। इस दिन नारायण श्री विष्णु (Shri Vishnu) का पूजन किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार प्रतिमाह की ग्यारहवीं तिथि को एकादशी या ग्यारस कहते हैं। एकादशी साल में 24 बार आती हैं एक...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *