Shab E Barat Ki Namaz Ka Tarika Shab E Barat Ki Namaz 2025 - Summary
Shab E Barat Ki Namaz Ka Tarika Aur Shab E Barat Ki Namaz English PDF Download 2025
अगर आप शब ए बरात की नमाज का तरीका (Shab e Barat Ki Namaz Ka Tarika) सही तरीके से जानना चाहते हैं, तो आप इसे Shab E Barat Ki Namaz Ka Tarika PDF में आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। शब ए बरात (Shab e Barat) एक बहुत ही पवित्र और खास रात है। इस रात को इबादत में बिताना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि इसी रात में आने वाले साल की पूरी तक़दीर अल्लाह के पास लिखी जाती है। इस रात ज्यादा से ज्यादा दुआ और नमाज़ करके हम अपने गुनाहों की माफी मांग सकते हैं।
शब ए बरात की नमाज का सही तरीका और इसकी फजीलत
शब ए बरात की नमाज़ पढ़ना हर मुस्लिम के लिए एक बड़ा फज़ीलत का काम है। सही तरीका सीखकर ही हम इस नमाज़ का पूरा सवाब पा सकते हैं। नीचे शब ए बरात की नमाज़ की जानकारी विस्तार से दी गई है ताकि आप इसे आसानी से समझकर अमल कर सकें। Shab E Barat Ki Namaz Ka Tarika जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
मग़रिब की नमाज़ के बाद शब ए बरात की नफ्ल नमाज़ कैसे पढ़ें?
- सबसे पहले मग़रिब की नमाज़ अदा कर लें, चाहे वह मस्जिद में हो या घर पर।
- मग़रिब की नमाज़ खत्म करके तस्बीह और दुआ से अपना दिल साफ करें, फिर 6 रकअत नफ्ल की नियत से नमाज़ पढ़ना शुरू करें। (2×2 रकअत में)
- पहली दो रकअत शुरू करने से पहले यह दुआ करें:
- “या अल्लाह, इन दो रकआतो की बरकत से मेरी उम्र में बरकत अता फरमा।”
- नियत करें: “मैंने दो रकअत शब ए बरात की नफ्ल नमाज़ की खास वजह से अल्लाह तआला के।”
- मुंह काबा शरीफ की तरफ करके “अल्लाहु अकबर” कहकर हाथ बांध लें।
- नमाज़ पूरी ध्यान से पढ़ें जैसे सामान्य नफ्ल नमाज़ होती है।
- नमाज़ पूरी होने के बाद 21 बार सूरह इखलास और एक बार सूरह यासीन की तिलावत करें।
- अगर दो लोग साथ में नमाज़ पढ़ रहे हों, तो सूरह यासीन की तिलावत एक ही व्यक्ति जोर से करे और दूसरा पूरी तरह से चुप होकर सुनें।
- इस तरह की इबादत से शब ए बरात में बड़ी सवाब मिलेगी, इंशा अल्लाह।
- दूसरी दो रकअत नमाज पढ़ने से पहले यह दुआ करें: “या अल्लाह, इन दो रकअत की बरकत से मुझे सभी परेशानियों से बचा।”
- फिर दूसरी दो रकअत भी पहली की तरह पढ़ें, और फिर से सूरह इखलास 21 बार और सूरह यासीन एक बार पढ़ें।
- तीसरी दो रकअत शुरू करने से पहले दुआ करें: “या अल्लाह, इन दो रकआतो की बरकत से मुझे सिर्फ अपना मोहताज रख और दूसरों की मोहताज़ी से बचा।”
- फिर पूरी दो रकअत नमाज़ पूरी करें, उसके बाद फिर से सूरह इखलास 21 बार और एक बार सूरह यासीन की तिलावत करें।
शब ए बरात की नमाज़ का तरीका – नमाज़े ईशा के बाद कैसे पढ़ें?
शब ए बरात की नमाज़ से पहले गुस्ल करें, ताकि आप पूरी तरह से साफ और तैयार हो सकें। अगर गुस्ल न कर पाने की मजबूरी हो तो भी चिंता न करें, कोशिश जरूर करें।
- गुस्ल के बाद तहिय्यतुल वुजू की नफ्ल नमाज़ पढ़ें, जो 2 रकअत की होती है।
- हर रकअत में सूरत अल-फातिहा के बाद एक बार आयत उल कुर्सी और तीन बार कुल हुवल्लाहु शरीफ़ पढ़ें।
- नियत करें: “मैंने दो रकअत तहिय्यतुल वुजू की नफ्ल नमाज़ की खास वजह से अल्लाह तआला के।”
- फिर “अल्लाहु अकबर” कहकर हाथ बांधें और सना पढ़ें:
“सुब्हाना कल्लाहुम्मा व बिहन्दिका व तबारा कस्मुका व त’आला जदुका वला इला हा ग़ैरुक।” - इसके बाद पढ़ें:
“औज़ु बिल्लाहि मिन्नश शैतान निर्रजिम। बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहिम।” - फिर सूरह फातिहा पढ़कर आयत उल कुर्सी और कुल हुवल्लाहु शरीफ़ का जिक्र करें, फिर रुकू, सजदा और फिर खड़ा होकर वही क्रम दोहराएं।
नीचे दिए गए लिंक से शब ए बारात की नमाज का तरीका PDF में आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।