नेपोलियन बोनापार्ट का जीवन चरित्र (Napoleon Bonaparte Ka Jivan Charitra) Hindi PDF
नेपोलियन बोनापार्ट, फ्रांस के एक प्रमुख सैन्य जनरल और प्रतिष्ठित सम्राट थे। उनका जन्म 15 अगस्त 1769 को कोर्सिका द्वीप पर हुआ था। वे एक गरीब परिवार से थे, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और योग्यता के बल पर फ्रांसी सेना में करियर बनाया।
नेपोलियन बोनापार्ट का प्रमुख कार्यकाल 18वीं शताब्दी के कोन्फ्रेशनल युद्धों के दौरान था, जब वे फ्रांसी सेना के अग्रदूत के रूप में अपनी योग्यता का प्रदर्शन करते रहे। उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण युद्धों का नेतृत्व किया और विजयी रूप से लड़े। 1804 में, नेपोलियन बोनापार्ट ने फ्रांस में स्वतंत्र साम्राज्य की स्थापना की और खुद को सम्राट घोषित किया। उन्होंने फ्रांस को एक महत्वपूर्ण यूरोपीय शक्ति बनाया और अपनी सेना के साथ कई युद्धों में विजयी बने। हालांकि नेपोलियन का साम्राज्य विशाल था, वे अंततः 1815 में वॉटरलू युद्ध में हार गए और अंग्रेजी सेना द्वारा कैद किए गए। उन्होंने एक द्वारा संक्रांति को पुनर्निर्मित करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फ्रांस के प्राथमिक स्वाधीनता के लिए अपनी शक्ति को दुरुपयोग किया और उन्हें 1821 में स्ट. हेलेना द्वीप पर एक अल्पसंख्यक ड्यूटा के रूप में निर्धारित किया गया, जहां उनकी मृत्यु हुई।
Napoleon के विचार
- अनजानी राहोँ पर वीर ही आगे बढ़ा करते हैं कायर तो परिचित राह पर ही तलवार चमकाते हैं।
- अवसर के बिना काबिलियत कुछ भी नहीं है।
- हमेशा एक तस्वीर हज़ार शब्दों के बराबर होती है।
- एक सिंघासन महज मखमल से ढंकी एक बेंच है।
- जो अत्याचार पसंद नहीं करते, उनमे से कई ऐसे होते हैं जो अत्याचारी होते हैं।
- साहस, प्यार के समान है दोनों को आशा रूपी पोषण आवशयकता होती है।
- एक लीडर आशा का व्यापारी होता है।
- जितनी मुझे फ्रांस की ज़रुरत नहीं है उससे ज्यदा फ्रांस को मेरी ज़रुरत है।
- पिरामिडों की इन ऊंचाइयों से चालीस सदियाँ हमे देख रही है।
- जिसे जीत लिए जाने का भय होता है उसकी हार निश्चित होती है।
- वो जो प्रशंशा करना जानता है, अपमानित करना भी जानता है।
- राजनीति में कभी पीछे ना हटें , कभी अपने शब्द वापस ना लें…और कभी अपनी गलती ना मानें।
- ये कारण है , ना कि मौत ,जो किसी को शहीद बनाता है।
- असंभव शब्द सिर्फ बेवकूफों के शब्दकोष में पाया जाता है।
- मरने की तुलना में कष्ट सहने के लिए ज्यादा साहस चाहिए होता है।
- सम्पन्नता धन के कब्जे में नहीं उसके उपयोग में है।
- आमतौर पर सिपाही लड़ाइयाँ जीतते हैं; सेनापति उसका श्रेय ले जाते हैं।
- अपने वचन को निभाने का सबसे अच्छा तरीका है कि वचन ही ना दें। लेकिन वह काम कर दीजिये।
- वो सब कुछ करना जो आप कर सकते हैं , इंसान होना है। वो सब कुछ करना जो आप करना चाहते हैं , भगवान् होना है।
- संविधान छोटा और अस्पष्ट होना चाहिए।
- यदि आप 100 शेरो की एक सेना बनाते है जिसका सेनापति एक कुत्ता है तो युद्ध में सारे शेर कुत्तों की मौत मारे जाएंगे। लेकिन यदि आप 100 कुत्तों की एक सेना बनाते है जिसका सेनापति एक शेर है तो सारे कुत्ते युद्ध में शेर की तरह लड़ेंगे।
- शेर द्वारा संचालित भेड़ों की सेना, भेड़ द्वारा संचालित शेरो की सेना से हमेशा जीतेगी।
- कोई व्यक्ति अपने अधिकारों से ज्यादा अपने हितों के लिए लडेगा।
- एक सच्चा आदमी किसी से नफरत नहीं करता।
- सारे धर्म इंसानों द्वारा बनाये गए हैं।
- एक सेना अपने पेट के बल पर आगे बढती है।
- मौत कुछ भी नहीं है , लेकिन हार कर और लज्जित होकर जीना रोज़ मरने के बराबर है।
- अगली दुनिया में हम सेनापतियों से ज्यादा चिकित्सकों को लोगों की जिंदगियों के लिए जवाब देना होगा।
- अब मैं आज्ञा का पालन नहीं कर सकता, मैंने आज्ञा देने का स्वाद चखा है, और मैं इसे छोड़ नहीं सकता।
- मैं कभी लोमड़ी बनता हूँ तो कभी शेर। शाशन का पूरा रहस्य ये जानने में है कि कब क्या बनना है।
- किसी कार्य को खूबसूरती से करने के लिए मनुष्य को उसे स्वयं करना चाहिये।
- मैंने अपने सभी सेनापति कीचड से बनाये हैं।
- कल्पना दुनिया पर शासन करती है।
- जीत उसे मिलती है जो सबसे दृढ रहता है।
- एक सिपाही एक रंगीन रिबन के लिए दिलो जान से लडेगा।
- ताकत मेरी रखैल है । मैंने उसे पाने के लिए इतनी मेहनत की है कि कोई उसे मुझसे छीन नहीं सकता।
- धर्म आम लोगों को शांत रखने का एक उत्कृष्ट साधन है।
- सम्पन्नता धन के कब्जे मैं नहीं उसके उपयोग में है।
- निर्धन रहने का एक पक्का तरीका है कि ईमानदार रहिये।
- जब रात को आप अपने कपडे फेंकते हैं तो उसी वक़्त अपनी चिंताओं को भी फेंक दीजिये।
