अज्ञेय का साहित्यिक परिचय - Summary
‘अज्ञेय’ को भारतीय साहित्य के प्रमुख कवियों और लेखकों में से एक माना जाता है। उन्होंने कविता, कहानी और निबंध के माध्यम से हिंदी साहित्य को एक नया मोड़ दिया है। इनका जन्म 7 मार्च 1911 को उत्तर प्रदेश के कसया में हुआ था, जो एक पुरातत्व-खुदाई शिविर रहा। अज्ञेय ने बी.एससी. की पढ़ाई पूरी करने के बाद अंग्रेजी में एम.ए. करने की कोशिश की, लेकिन वे क्रांतिकारी आंदोलन के कारण बम बनाते समय पकड़े गए और बाद में वहां से भाग निकले। सन् 1930 के अंत में उन्हें फिर से पकड़ा गया।
अज्ञेय प्रयोगवाद और नई कविता को साहित्य जगत में पहचान दिलाने वाले कवि हैं। उन्होंने अनेक जापानी हाइकु कविताओं का अनुवाद किया और हिंदी साहित्य में अपनी अनोखी छाप छोड़ी। एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी अज्ञेय एक प्रखर कवि होने के साथ-साथ एक अच्छे फोटोग्राफर और सत्यान्वेषी पर्यटक भी थे।
प्रारंभिक शिक्षा और अनुशासन
अज्ञेय की प्रारंभिक शिक्षा पिता की देखरेख में घर पर संस्कृत, फारसी, अंग्रेजी और बांग्ला साहित्य के अध्ययन के माध्यम से हुई। 1925 में पंजाब से एंट्रेंस की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज में दाखिला लिया। वहीं से उन्होंने विज्ञान में इंटर की पढ़ाई पूरी की। 1927 में, वे बी.एससी. के लिए लाहौर के फॅरमन कॉलेज में अध्ययन करने गए। 1929 में बी.एससी. पूरा करने के बाद, उन्होंने एम.ए. में अंग्रेजी विषय चुना। लेकिन क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लेने के कारण उनकी पढ़ाई अधूरी रह गई।
अज्ञेय का साहित्यिक परिचय
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