Kuber Ji Ki Aarti Kuber Aarti - Summary
अगर आप कुबेर जी की आरती PDF डाउनलोड करना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर आए हैं। इस पेज पर आपको आसानी से Kuber Ji Ki Aarti PDF मिल जाएगी। भगवान कुबेर हिंदू धर्म में धन और समृद्धि के देवता माने जाते हैं। वह स्वर्गलोक के धनपति और लोकपाल हैं। उनकी आरती करने से आपकी भक्ति बढ़ती है और घर में धन की वृद्धि होती है।
Kuber Ji Ki Aarti क्यों है खास?
Kuber Ji Ki Aarti करने का मुख्य मकसद धन में वृद्धि और जीवन में समृद्धि लाना है। यह एक पवित्र धार्मिक क्रिया है, जिसके ज़रिए भक्त अपनी श्रद्धा दिखाते हैं और भगवान कुबेर से आर्थिक और आध्यात्मिक लाभ पाते हैं। कुबेर जी की आरती पढ़ने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
कुबेर जी की आरती हिंदी में (Kuber Ji Ki Aarti Lyrics Hindi)
कुबेर जी की आरती का पाठ करने के लिए, आप इस हिस्से में दी गई आरती का इस्तेमाल कर सकते हैं:
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे, स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे। शरण पड़े भगतों के, भण्डार कुबेर भरे। ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े, स्वामी भक्त कुबेर बड़े। दैत्य दानव मानव से, कई-कई युद्ध लड़े ॥ ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ स्वर्ण सिंहासन बैठे, सिर पर छत्र फिरे, स्वामी सिर पर छत्र फिरे। योगिनी मंगल गावैं, सब जय जय कार करैं॥ ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ गदात्रिशूल हाथ में, शस्त्र बहुत धरे, स्वामी शस्त्र बहुत धरे। दुख भय संकट मोचन, धनुष टंकार करें॥ ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ भांति भांति के व्यंजन बहुत बने, स्वामी व्यंजन बहुत बने। मोहन भोग लगावैं, साथ में उड़द चने॥ ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ बल बुद्धि विद्या दाता, हम तेरी शरण पड़े, स्वामी हम तेरी शरण पड़े, अपने भक्त जनों के, सारे काम संवारे॥ ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ मुकुट मणी की शोभा, मोतियन हार गले, स्वामी मोतियन हार गले। अगर कपूर की बाती, घी की जोत जले॥ ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ यक्ष कुबेर जी की आरती, जो कोई नर गावे, स्वामी जो कोई नर गावे। कहत प्रेमपाल स्वामी, मनवांछित फल पावे। ॥ इति श्री कुबेर आरती ॥
कुबेर जी की आरती PDF डाउनलोड कैसे करें?
अगर आप Kuber Ji Ki Aarti को अपने पास रखना चाहते हैं ताकि कभी भी पढ़ सकें, तो आप इसका PDF डाउनलोड कर सकते हैं। इस आरती का PDF डाउनलोड लिंक आपको इस पेज के नीचे मिलेगा। आप इसे अपने कंप्यूटर या मोबाइल में सेव कर सकते हैं और जब मन हो कुबेर जी की आरती कर सकते हैं। 2025 में भी यह PDF आपके लिए काम आएगी।