Aitareya Upanishad Hindi
ऐतरेय उपनिषद भारतीय धार्मिक साहित्य का एक महत्वपूर्ण अंश है। यह वैदिक उपनिषदों में से एक है और रुग्वेद के ब्राह्मण प्रश्न में आधारित है। ऐतरेय उपनिषद ने आध्यात्मिकता और ब्रह्म के विषय में गहरे विचार प्रस्तुत किए हैं। ऐतरेय उपनिषद में मनुष्य के उत्थान और उसके उच्चतम प्रशांत के लिए अन्तरात्मा की महत्वपूर्ण उपास्यता का वर्णन है। इसमें ब्रह्मांड और मनुष्य के बीच एकता के विषय में विचार किया गया है।
ऐतरेय उपनिषद के शिक्षक-शिष्य तत्व का वर्णन भी इसमें मिलता है। यह उपनिषद आत्मज्ञान, सत्य की प्राप्ति और नैतिकता के मार्ग को प्रेरित करती है। इसमें जीवन के मूल सिद्धांतों का विचार है जो समय के साथ अपनी महत्ता बनाए रखते हैं। ऐतरेय उपनिषद वैदिक साहित्य के गहन अध्ययन के लिए एक मूल्यवान स्रोत है जो आध्यात्मिक विकास और सच्चे ज्ञान की खोज में उदार द्वार खोलता है।
ऐतरेय उपनिषद – Aitareya Upanishad
Aitareya Upanishad is a primary ancient Upanishad, and is listed as number 8 in the Muktika canon of 108 Upanishads. Considered one of the middle Upanishads, the date of composition is not known but has been estimated by scholars to be sometime around 6th or 5th century BCE.
The Aitareya Upanishad is a short prose text, divided into three chapters, containing 33 verses. Download Aitareya Upanishad in Hindi Translation pdf format or read online for free using direct link provided below.
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