Na Mantram No Yantram Lyrics – ना मंत्रम नो यंत्रम - Summary
Na Mantram No Yantram Lyrics is a beautiful prayer used for seeking forgiveness from Maa Durga. In this heartfelt mantra, we express our inability to understand various rituals and prayers, humbly asking the divine for mercy. This prayer signifies that even without knowledge of mantras or rituals, just following the path of Maa can alleviate our troubles.
Understanding Na Mantram No Yantram
This prayer is particularly significant during Navratri, a festive time dedicated to the worship of Maa Durga. It is essential to seek forgiveness for any mistakes made during rituals or devotion.
ना मंत्रम नो यंत्रम – Na Mantram No Yantram Lyrics in Hindi
न मत्रं नो यन्त्रं तदपि च न जाने स्तुतिमहो
न चाह्वानं ध्यानं तदपि च न जाने स्तुतिकथाः ।
न जाने मुद्रास्ते तदपि च न जाने विलपनं
परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम् ॥१॥
अर्थात :- हे माँ ! मैं न मंत्र जनता हूँ न यंत्र, अहो ! मुझे स्तुति का भी ज्ञान नहीं है | न आवाहन का पता है न ध्यान का | स्तोत्र और कथाओ कभी ज्ञान नहीं है | न तो मैं तुम्हारी मुद्राएँ जनता हूँ और मुझसे व्याकुल होकर विलाप ही करना आता है – परन्तु एक बात जनता हूँ की तुमारा अनुशरण करना-तुम्हारी शरण में आना सब क्लेशो को सब बिपत्तियों को हरने वाला है ||१||
विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया
विधेयाशक्यत्वात्तव चरणयोर्या च्युतिरभूत् ।
तदेतत् क्षन्तव्यं जननि सकलोद्धारिणि शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥२॥
अर्थात :- हे माँ ! सबका उद्धार करनेवाली कल्याणमयी माता ! मैं पूजा की विधि नहीं जनता | मेरे पास धन का भी अभाव है | मैं स्वभाव से भी आलसी हूँ तथा मुझसे ठीक-ठीक पूजा का संपादन भी नहीं हो पाती | इन सब कारणों से तुम्हारे चरणों की सेवा में जो त्रुटी हो गई है उसे क्षमा कर देना- क्योंकि पुत्र का कुपुत्र होना तो संभव है किन्तु माता कभी कुमाता नहीं हो सकती
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के आप ना मंत्रम नो यंत्रम PDF / Na Mantram No Yantram Lyrics PDF in Hindi मुफ्त में डाउनलोड कर सकते है।