Pashu Paricharak Bharti 2024 Syllabus - Summary
RSMSSB Rajasthan Pashu Paricharak Bharti 2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म अब भरने चालू है । राजस्थान पशु परिचर भर्ती 2024 की प्रक्रिया 19 जनवरी 2024 से शुरू हो गई है। अब अभ्यर्थी अपना आवेदन फार्म भर सकता है। जो 17 फरवरी 2024 तक आवेदन फॉर्म स्वीकार्य होंगे। पशु परिचारक भर्ती सिलेबस में राजस्थान राज्य का सामान्य ज्ञान, सामान्य विज्ञान, गणित, सामाजिक अध्ययन, भूगोल, इतिहास, कला, संस्कृति, दैनिक समसामयिक विषय से सवाल पूछे जाएंगे।
राजस्थान पशु परिचर भर्ती ( Rajasthan Pashu Paricharak Bharti 2023) में 5934 पदों पर भर्ती निकाली गई है। वैकेंसी में गैर अनुसूचित क्षेत्र के 5281 तथा अनुसूचित क्षेत्र के 653 पद हैं। नई विज्ञप्ति में कुछेक बदलाव किए गए हैं। जैसे पहले वाले नोटिफिकेशन में आयु की गणना 1 जनवरी 2024 से किए जाने का प्रावधान था जबकि नए नियमों के मुताबिक अब आवेदकों की आयु की गणना 1 जनवरी 2025 से होगी।
Pashu Paricharak Bharti 2024 – परीक्षा का पैटर्न
- इस भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन अप्रैल से जून 2024 के बीच होगा।
- परीक्षा में 150 अंक के 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। पेपर तीन घंटे का होगा।
- सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे। नेगेटिव मार्किंग होगी। हर गलत उत्तर के लिए चौथाई अंक कटेगा। पेपर का लेवल 10वीं स्तर का होगा।
- कम से कम 40 फीसदी अंक लाना अनिवार्य होगा। हर प्रश्न एक नंबर का होगा।
प्रश्न पत्र भाग | प्रश्नों की संख्या | कुल अंक |
---|---|---|
भाग- (अ) | 105 | 105 |
भाग- (ब) | 45 | 45 |
कुल अंक | 150 | 150 |
परीक्षा की अवधि: 3 घंटा |
Pashu Paricharak Bharti 2024 Syllabus in Hindi
राजस्थान राज्य के विशिष्ट संदर्भ के साथ माध्यमिक स्तर के सामान्य ज्ञान जिसमे दैनिक विज्ञान, गणित, सामाजिक अध्ययन, भूगोल, इतिहास, संस्कृति, कला, समसामयिक विषय आदि समाविष्ट हो, पर वस्तुपूरक प्रकार के प्रश्न।
भाग- (ब) भारांक: 30 प्रतिशत
प्रश्नों की संख्या: 45, पूर्णांक: 45
पशुपालन से संबंधित निम्न बिन्दुओं का सामान्य ज्ञान जिसमे प्रदेश में पशुओं की प्रमुख देशी नस्लें, कृत्रिम गर्भाधान, बधियाकरण, संकर प्रजनन, दुग्ध दोहन दुग्ध स्रवण काल, स्वच्छ दूध उत्पादन, पशु एवं कुक्कुट प्रबंधन, जैविक अपशिष्टों का निस्तारण, संतुलित पशु आहार, चारा फसलें, चारा / चारागाह विकास, स्वस्थ एवं बीमार पशुओं की पहचान, पशुओं में अंतः एवं बाह्य परजीवी रोग, पशुओं में टीकाकरण, पशुधन प्रसार, भेड़ बकरियों का स्वास्थ्य कलेण्डर, ऊन, मांस, दूध व अंडों का देश व राज्य में उत्पादन व स्थान, प्रति व्यक्ति दूध / मांस / अंडों की उपलब्धता, प्रति पशु दूध की उत्पादकता, ऊन कतरन, भार ढोने वाले पशु, वर्मी कम्पोस्ट खाद, पशुओं के चमडे एवं हड्डियों का उपयोग, पशुओं की उम्र ज्ञात करना, पॉलीथीन से पशुओं / पर्यावरण को हानि, पशु बीमा, पशु क्रय के समय रखी जाने वाली सावधानियाँ, पशु मेलें, पशुगणना, गौशाला प्रबंधन, साफ सफाई का महत्व, गोबर मूत्र का उचित निष्पादन, पशुधन उत्पादों का विपणन, डेयरी विकास गतिविधियों तथा पशुपालन विभाग की प्रमुख योजनायें आदि का समावेश हो, पर वस्तुपूरक प्रकार के प्रश्न।