गरुड़ पुराण सम्पूर्ण कथा (Garud Puran)

❴SHARE THIS PDF❵ FacebookX (Twitter)Whatsapp
REPORT THIS PDF ⚐

Garud Puran in Hindi

पुराण साहित्य में Garud Puran PDF का एक प्रमुख स्थान है, सनातन धर्म यह मान्यता है किसी व्यक्ति के मरने के पश्चात् गरुड़ पुराण का पाठ करवाने से उसे वैकुण्ठ लोक की प्राप्ति होती है। इस गरुण पुराण में कुल 289 अध्याय है तथा 18 हजार श्लोक है। गरुड़ पुराण ग्रंथ में भगवान विष्णु अपने पक्षी गरुड़ राज को इस बारे में बारे में बताते हैं. गरुड़ पुराण के अनुसार मरणोपरांत व्यक्ति का अगला जन्म किस रूप में होगा, यह उसके द्वारा जीवनकाल में किए कर्मों के आधार पर निश्चित होता है।

गरुड़ पुराण कहता है जहाँ जीवन है वहाँ मृत्यु भी निश्चित है, जो प्राणी जन्म ग्रहण करता है उसे समय आने पर मरना भी पड़ता है और जो मरता है उसे जन्म लेना पड़ता है। पुराण जन्म का यह सिद्धांत सनातन धर्म की विशेषता है जीवन की पारी समपत्ति मृत्यु से होती है इस ध्रुव सत्य को सभी ने स्वीकार किया है और यह प्रत्यक्ष भी दिखाई पड़ता है इसीलिए कल मृत्यु से आक्रांत की रक्षा करने में औषध तपश्या, दान और माता-पिता और बंधू आधी कोई भी समर्थ नहीं।

गरुड़ पुराण सम्पूर्ण कथा – Garud Puran

वैदिक ऋषि महर्षि कश्यप के बेटे और पक्षी नरेश गरुड़ को विष्णु भगवान का यातायात का साधन कहा जाता है। एक बार पक्षी नरेश गरुड़ ने विष्णु जी से मरने के पश्चात जीवों की स्थिति, प्राणियों की स्वर्ग और नरक यात्रा, विभिन्न बुरे कामों से जीव को मिलने वाले योनियों एवं पाप करने वालों की बुरी स्थिति से जुड़े कई रहस्य से भरे प्रश्न किये। उस वक्त विष्णु जी ने गरुड़ को जो उत्तर उपदेश के रूप में सुनाये, वही उपदेश इस पुराण में है।

गरुड़ पुराण को तीन भागों में बांटा गया है

  • पहले भाग में मनुष्य अपने जीवन काल में ही सुख और दुख का अनुभव प्राप्त कर लेता है।
  • दूसरे भाग में मनुष्य अपने कर्मानुसार अपने मृत्यु के पश्चात 84 लाख योनियों में से किसी एक योनि में जन्म लेता है।
  • तीसरी अवस्था में मनुष्य अपने नैतिक अनैतिक और कर्मानुसार ही अपने मृत्यु के पश्चात वह स्वर्ग अथवा नरक लोक को प्राप्त होता है।

गरुड़ पुराण की 5 बातें जो बनाती हैं कंगाल (गरुड पुराण की खास बातें)

  1. गंदे कपड़े पहनना : गरुड़ पुराण के अनुसार, अगर कोई हर समय गंदे कपड़े पहनता है तो मां लक्ष्मी उनसे नाराज रहती हैं. मां लक्ष्मी को साफ-सफाई बहुत पसंद है। वह ऐसे घर में वास करती हैं जहां स्वच्छता बनी रहती है।
  2. दूसरों में कमियां निकालने वाला : गरुड़ पुराण के अनुसार, जो लोग स्वभाव से आलोचना करने वाले होते हैं तो उनके जीवन में दरिद्रता बनी रहती है। इस स्वभाव में बेवजह चीखने चिल्लाने वाले, दूसरों की बुराई करने वाले और बुरा बोलने वाले शामिल हैं।
  3. सूर्योदय के बाद तक सोने वाले : गरुड़ पुराण के अनुसार, ज्यादा देर तक सोने वाले लोग आलसी होते हैं। ऐसे व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियां होती हैं इसलिए अपने काम को करते वक्त आलस को बिल्कुल ही दूर कर दें।
  4. धन का घमंड: गरुड़ पुराण के अनुसार, जिस इंसान को उनके पास होने वाले धन का घमंड हो जाता है वह बौद्धिक रूप से कमजोर होता है। ऐसे लोगों के घर लक्ष्मी माता ज्यादा समय तक वास नहीं करती हैं।
  5. मेहनत से बचना : गरुड़ पुराण के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति परिश्रम से जी चुराते हैं, उन्हें सौंपे हुए कामों को ठीक से नहीं करते हैं तो माता लक्ष्मी नाराज को होती ही हैं साथ ही साथ जो लोग मेहनत ना करके दूसरों को नीचे गिराने की कोशिश करते हैं. उनसे सफलता दूर भागती है।

गरुड पुराण के अगले जन्म का रहस्य

  1. गरुड़ पुराण के अनुसार, ऐसे लोग जो अपने माता-पिता या संतान को दुखी करते हैं। वो अगले जन्म में धरती पर जन्म नहीं ले पाते बल्कि इससे पहले ही गर्भ में उनकी मृत्यु हो जाती है।
  2. ऐसे लोग जो महिलाओं का शोषण करते हैं या कराते हैं, वो अगले जन्म में भयंकर बीमारियों से पीड़ित होते हैं और शीरीरिक कष्ट में जीवन बिताते हैं।
  3. वहीं ऐसा पुरुष जो किसी पराई महिला के साथ संबंध बनाता है, वह अगले जन्म में नपुंसक बनता है।
  4. जो लोग अपने गुरु का सम्मान नहीं करते है उसे मरने के बाद नरक में तो जगह मिलती ही है। साथ ही ऐसे लोग अगले जन्म में जल के बिना ब्रह्मराक्षस के रूप में पैदा होते हैं। क्योंकि शास्त्रों में गुरु को ईश्वर तुल्य माना गया है।
  5. गरुण पुराण के अनुसार जो अपने जीवन में धोखाधड़ी और छल-कपट करते हैं उन्हें अगले जन्म में उल्लू के रूप में जन्म मिलती है। जो लोग किसी निर्दोष के खिलाफ झूठी गवाही देते हैं उन्हें अगले जन्म में अंधेपन का शिकार होना पड़ता है।
  6. किसी की हत्या कर अपना भरण-पोषण करने वाले, लूटपाट करने वाले या पशुओं का शिकार करने वाले लोगों को गरुण पुराण के अनुसार अगले जन्म में कसाई के हत्थे चढ़ने वाले बकरे का रूप मिलता है।
  7. स्त्री की हत्या या स्त्री का गर्भपात कराने वाले व्यक्ति को नरक की पीड़ा भोगनी पड़ती है और फिर व्यक्ति का अगला जन्म चंडाल योनि में होता है।

नीचे दिए गए लिंक के द्वारा आप Garud Puran Hindi PDF | गरुड़ पुराण सम्पूर्ण कथा पीडीऍफ़ हिंदी में डाउनलोड कर सकते हैं ।

Also Check – Garud Puran in Sanskrit

2nd Page of गरुड़ पुराण सम्पूर्ण कथा (Garud Puran) PDF
गरुड़ पुराण सम्पूर्ण कथा (Garud Puran)
PDF's Related to गरुड़ पुराण सम्पूर्ण कथा (Garud Puran)

गरुड़ पुराण सम्पूर्ण कथा (Garud Puran) PDF Free Download

REPORT THISIf the purchase / download link of गरुड़ पुराण सम्पूर्ण कथा (Garud Puran) PDF is not working or you feel any other problem with it, please REPORT IT by selecting the appropriate action such as copyright material / promotion content / link is broken etc. If this is a copyright material we will not be providing its PDF or any source for downloading at any cost.

SIMILAR PDF FILES

3 thoughts on “गरुड़ पुराण सम्पूर्ण कथा (Garud Puran)

Comments are closed.