गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra Sanskrit

गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra Sanskrit PDF Download

Download PDF of गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra in Sanskrit from the link available below in the article, Sanskrit गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra PDF free or read online using the direct link given at the bottom of content.

5 Like this PDF
❴SHARE THIS PDF❵ FacebookX (Twitter)Whatsapp
REPORT THIS PDF ⚐

गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra Sanskrit

गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra PDF in Sanskrit read online or download for free from the InstaPDF.in link given at the bottom of this article.

श्रीगणेश की विशेष मंत्रों से पूजा अत्यंत फलदायी मानी गई है। गणेश गायत्री मंत्र का शांत मन से लगातार 11 दिन तक 108 बार जप करने से गणेशजी की विशिष्ट कृपा होती है। अतः श्री गणेश गायत्री मन्त्र का नियमित जप करने से मनुष्य का जीवन मंगलमय हो जाता है तथा उसके जीवन से समस्त प्रकार की विघ्न – बाधाएं दूर हो जाती हैं।

इन वैदिक मन्त्रों की दिव्य ऊर्जा से न केवल आप शारीरक व मानसिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं बल्कि विभिन्न प्रकार की पीड़ाओं से भी मुक्त हो जाते हैं। गणेश गायत्री मंत्र के जप से व्यक्ति का भाग्य चमक जाता है और हर कार्य अनुकूल सिद्ध होने लगता है।

गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra

एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।

महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।

गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।

गणेश गायत्री मंत्र पाठ विधि

  • सर्वप्रथम स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें, सम्भव हो तो पीले वस्त्र धारण करें।
  • तत्पश्चात एक लकड़ी की चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर श्री गणेश भगवान का चित्रपट अथवा मूर्ति स्थापित करें।
  • अब श्री गणेश जी का आवाहन करके उन्हें दीप, धुप, पुष्प, फल, नैवेद्य आदि अर्पित करें।
  • गणेश जी को दूर्वा अत्यधिक प्रिय है, अतः उन्हें दूर्वा अर्पित करें।
  • अब श्री गणेश गायत्री मन्त्र का यथाशक्ति जप करें।
  • जप संपन्न होने पर श्री गणेश चालीसा का पाठ करें।
  • तदोपरान्त श्री गणेश आरती का करें।
  • अन्त में श्री गणेश जी का आशीर्वाद ग्रहण कर स्वयं व परिवार हेतु मंगलकामना करें।

गणेश गायत्री मंत्र के लाभ

  • गणेश गायत्री मन्त्र के जाप से व्यक्ति को बुद्धि – विद्या की प्राप्ति होती है।
  • इन मन्त्रों के प्रभाव से घर में मंगलकार्य होते हैं, तथा अमंगल का नाश होता है।
  • विद्यार्थियों को श्री गणेश गायत्री मन्त्र का जप करने से अध्ययन में लाभ होता है।
  • श्री गणेश गायत्री मन्त्र के जप के फलस्वरूप मनुष्य पर आने वाली विपत्तियाँ टल जाती हैं।
  • गणपति भगवान् की कृपा से घर में धन – धान्य की पूर्ति होती है।
  • यदि आप भी गणेश जी की कृपा प्राप्त कर सुखी जीवन व्यतीत करना चाहते हैं तो श्री गणेश गायत्री मन्त्र का पाठ अवश्य करना चाहिए।

आप नीचे दिए हुए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके गणेश गायत्री मंत्र पीडीएफ़ / Ganesh Gayatri Mantra PDF in Sanskrit निशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं।

2nd Page of गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra PDF
गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra

Download link of PDF of गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra

REPORT THISIf the purchase / download link of गणेश गायत्री मंत्र | Ganesh Gayatri Mantra PDF is not working or you feel any other problem with it, please REPORT IT by selecting the appropriate action such as copyright material / promotion content / link is broken etc. If this is a copyright material we will not be providing its PDF or any source for downloading at any cost.

SIMILAR PDF FILES

  • GanapatiAtharvashirshaMarathi

    भगवान गणपती हे विद्या आणि पवित्रतेचे देवता आहेत. गणपती अथर्वशीर्ष स्त्रोत्रच्या नियमित पठणाने भगवान गणेश ची कृपा होऊन सर्व दुःखापासून मुक्ती मिळते. म्हणून आपणही वाचा श्री गणेश अथर्वशीर्ष मराठी. The Ganapati Atharvashirsa is a Sanskrit text and a minor Upanishad of Hinduism. It is a late Upanishadic text that asserts that...

  • Panchmukhi Hanuman Kavach Sanskrit

    पंचमुखी हनुमान कवच पीडीएफ उन लोगों के लिए जो भगवान हनुमान जी की कृपा से अपने जीवन में मूल्य जोड़ना चाहते हैं। हनुमान जी हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय देवताओं में से एक हैं। इस शक्तिशाली कवचम का पाठ करने के अनगिनत कारण हैं जो आपकी आत्मा को ठीक कर...

  • Radha Sahasranama Sanskrit

    श्री राधा सहस्रनाम एक संस्कृत भजन है जो देवी श्री राधा रानी जी को समर्पित है। राधा जी भगवान श्री कृष्ण की पत्नी हैं जो दुनिया में सबसे लोकप्रिय और पूजे जाने वाले देवताओं में से एक हैं। श्री राधा रानी जी भगवान कृष्ण के हृदय हैं इसलिए यदि आप...

  • अघोरी तंत्र (Aghori Tantra) Hindi

    अघोरी तंत्र (Aghori Tantra) एक प्राचीन भारतीय तंत्रिक प्रथा है जो अत्यंत अद्भुत और विविध होती है। आघोरी तंत्र का उपयोग विभिन्न प्रकार की साधनाओं, मंत्रों, और तंत्रिक विधियों के माध्यम से किया जाता है और इसे अकेले आघोरी साधक ही करते हैं। आघोरी साधक अद्वितीय होते हैं और उनका...

  • इंद्राक्षी स्तोत्रम | Indrakshi Stotram Sanskrit

    Hello, Friends today we are sharing with you Indrakshi Stotram PDF to help you. If you are searching Indrakshi Stotram in Sanskrit PDF then you have arrived at the right website and in this PDF you get the full information of Indrakshi Stotram how to read, benefits, etc. इंद्राक्षी स्तोत्रम...

  • गणपति अथर्वशीर्ष पाठ – Ganpati Atharvashirsha Hindi

    The Ganapati Atharvashirsa (Gaṇapatyarthavaśīrṣa) is a Sanskrit/Hindi text and a minor Upanishad of Hinduism. It is a late Upanishadic text that asserts that Ganesha is the same as the ultimate reality, Brahman. The text is attached to the Atharvaveda, and it is also referred to as Sri Ganesh or Ganpati...

  • गणपति अथर्वशीर्ष मराठी अर्थ सहित – Ganpati Atharvashirsha Marathi

    आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके सम्पूर्ण गणेश अथर्वशीर्ष पीडीएफ मराठी अर्थ सहित (Ganesh Atharvashirsha Marathi PDF)  डाउनलोड कर सकते हैं। इस स्तोत्र का स्मरण करने से सारे दुखो का निवारण हो जाता है। इस स्तोत्र के रोजाना जाप करने से श्री गणपति जी हमे मन चाहा फल...

  • पंचमुखी हनुमान कवच (Panchmukhi Hanuman Kavach) Hindi

    पंचमुखी हनुमान कवच (Panchmukhi Hanuman Kavach) – वैसे तो पंचमुखी हनुमान कवच रोजाना पढ़ लिया जाए तो बहुत ही लाभदायक होता है परंतु श्री हनुमान जयंती के दिन पंचमुखी हनुमान कवच के पाठ का विशेष महत्व है। पंचमुखी हनुमान कवच के लगातार पाठ से सभी कष्ट, रोग और निराशाएँ दूर...

  • ललिता सहस्रनाम स्तोत्रम् | Lalitha Sahasranamam Sanskrit

    ललिता सहस्रनाम स्तोत्रम् PDF देवी ललिता को समर्पित एक दिव्य स्तोत्र है जिसका वर्णन ब्रह्माण्ड पुराण में पाया जाता है। देवी ललिता, देवी आदि शक्ति का एक रूप हैं जिनको देवी “षोडशी” एवं देवी “त्रिपुर सुन्दरी” के नाम से भी पूजा जाता है। देवी दुर्गा, काली, पार्वती, लक्ष्मी, सरस्वती तथा देवी भगवती...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *