Rabi Crops Price Policy 2023-24 Hindi - Summary
रबी फसलों के लिए मूल्य नीति: विपणन मौसम 2023-24 रिपोर्ट (Rabi Crops Price Policy 2023-24) में छः अधिदेशित रबी फसलों, नामतः, गेहूं, जौ, चना, मसूर, तोरिया-सरसों और कुसुम के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) संबंधी अनुशंसाएं और गैर-मूल्य अनुशंसाएं शामिल हैं। इन अनुशंसाओं से किसानों को आधुनिक तकनीकों और पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहन और उत्साह मिलेगा और कृषि आय एवं भारतीय कृषि की प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार के लिए फसल पद्धति में वांछनीय परिवर्तन होगा।
अनुशंसाओं के सार के उपरांत अध्याय 1 में भारतीय कृषि का अवलोकन किया गया है। रिपोर्ट के अध्याय 2 में घरेलू और विश्व बाजारों में मांग-आपूर्ति दृष्टिकोण एवं मूल्य प्रवृत्तियों, व्यापार की शर्तों और खरीद कार्यों पर चर्चा की गई है। उत्पादकता में प्रवृत्तियां और उत्पादकता वृद्धि के महत्वपूर्ण कारकों का विश्लेषण अध्याय 3 में किया गया है। व्यापार पद्धत्तियों, घरेलू और वैश्विक मूल्यों की तुलना, वर्तमान व्यापार नीति विकास की समीक्षा तथा व्यापार दृष्टिकोण पर अध्याय 4 में चर्चा की गई है। अंतर- फसल समता मुद्दे सहित रबी विपणन मौसम 2023-24 के लिए लागत, प्रतिलाभ और लागत पुर्वानुमान का विश्लेषण अध्याय 5 में किया गया है। अंत में, अध्याय 6 में, न्यूनतम समर्थन मूल्य और महत्वपूर्ण गैर-मूल्य नीति सुझावों संबंधी प्रमुख विचार एवं अनुशंसाएं प्रस्तुत की गई हैं।
रबी फसलों की मूल्य नीति विपणन मौसम 2023-24 (Rabi Crops Price Policy Hindi Download)
2020-21 में 3.3 प्रतिशत और 2021-22 में 3.0 प्रतिशत की मजबूत वास्तविक कृषि वृद्धि दर्ज करते हुए कृषि क्षेत्र पूरे महामारी के वर्षों में परिवर्तनशील रहा है। तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार खाद्यान्न उत्पादन 314.5 मिलियन टन के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने की संभावना है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 1.2 प्रतिशत अधिक है। 2021-22 में लगातार छठे वर्ष रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन क्रमशः रबी और खरीफ मौसम के दौरान दलहन और अनाज उत्पादन में वृद्धि के कारण है।
इसके अलावा 2021-22 में नौ तिलहनों का कुल उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ 38.5 मिलियन टन होने का अनुमान है। यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे भू-राजनीतिक संघर्ष के परिणामस्वरूप खाद्यान्नों की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि हुई जिसके कारण भारत का कृषि निर्यात प्रतिस्पर्धी बन गया है। मुख्य रूप से गेहूं, गैर-बासमती चावल और अपरिष्कृत कपास के निर्यात में वृद्धि के कारण पिछले वर्ष की तुलना में 2021-22 में कृषि निर्यात में 21.7 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई। यह अध् एमएसपी अधिदेशित रबी फसलों के समग्र उत्पादन परिदृश्य पर चर्चा करता है और भारतीय कृषि से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर प्रकाश डालता है।
विषय सूची:-
- परिवर्णी शब्द सूची
- अनुशंसाओं का सार
- मूल्य नीति अनुशंसाएं
- गैर-मूल्य नीति अनुशंसाएं
- रबी फसलों में आपूर्ति-मांग परिदृश्य, मूल्य प्रवृत्तियां और खरीद प्रचालन
- फसल उपज : प्रवृत्तियां और कारक
- भारतीय कृषि का व्यापार प्रदर्शन, प्रतिस्पर्धात्मकता और परिदृश्य
- लागत, प्रतिलाभ और अंतर- फसल समता
- मूल्य नीति के लिए विचार एवं अनुशंसाएं
For more details download the (रबी फसलों की मूल्य नीति विपणन मौसम 2023-24) Rabi Crops Price Policy Hindi in PDF format from the link given below or alternative link.