हनुमान बाहुक हिंदी अर्थ सहित – Hanuman Bahuk Path - Summary
हनुमान बाहुक (Hanuman Bahuk) भगवान श्री हनुमान (Lord Hanuman) को समर्पित एक बहुत प्रसिद्ध और प्रभावी स्तोत्र है। इसे महान संत तुलसीदास जी ने लिखा था। हनुमान बाहुक का पाठ करने से भक्तों को बजरंगबली की खास कृपा और आशीर्वाद मिलता है। अगर आप हनुमान बाहुक PDF डाउनलोड करना चाहते हैं, तो यह लेख आपकी मदद करेगा ताकि आप इसे आसानी से प्राप्त करके कहीं भी इसका पाठ कर सकें और लाभ उठा सकें।
हनुमान बाहुक का महत्व और चमत्कारिक प्रभाव
हनुमान बाहुक का नियमित पाठ और पूजा-अर्चना करने से शारीरिक और मानसिक दर्दों से राहत मिलती है। कहा जाता है कि जब तुलसीदास जी खुद भुजाओं के तेज दर्द से पीड़ित थे, तब उन्होंने बजरंगबली की स्तुति में इस स्तोत्र की रचना की, जिससे उनकी पीड़ा शांत हुई। आज भी कई भक्त हनुमान बाहुक का पाठ कर अपने जीवन की कई मुश्किलों और दर्दों से छुटकारा पाते हैं।
इस ग्रंथ की महिमा इतनी बड़ी है कि इसे कई कवियों ने अलग-अलग रूपों में लिखा है, और मार्केट में इसके कई संस्करण उपलब्ध हैं। यदि आप हनुमान बाहुक का PDF डाउनलोड करते हैं, तो आपको इस पवित्र पाठ को सरल और साफ भाषा में, अर्थ सहित समझने में आसानी होगी।
Hanuman Bahuk Hindi Lyrics – हनुमान बाहुक हिंदी अर्थ सहित 2025
यहां हनुमान बाहुक का मूल पाठ और हिंदी में इसका अर्थ दिया गया है:
छप्पय:
सिंधु-तरन, सिय-सोच-हरन, रबि-बाल-बरन तनु ।
भुजबिसाल, मूरतिकरालकालहुकोकालजनु ॥
गहन-दहन-निरदहन लंक निःसंक, बंक-भुव ।
जातुधान-बलवान-मान-मद-दवन पवनसुव ॥
कह तुलसिदास सेवत सुलभ सेवक हित सन्तत निकट ।
गुन-गनत, नमत, सुमिरत, जपत समन सकल-संकट-विकट ॥ १ ॥
भावार्थ :- जिनके शरीर का रंग सुबह के उगते सूरज के जैसा है, जो समुद्र पार करके श्रीजानकीजी के दुख को दूर करते हैं, जिनकी बाहुएं बड़ी और ताकतवर हैं, जिनका रूप काल जैसा है। वह लंका के गहरे, जलाने में असमर्थ वन को बिना किसी संकोच जलाने वाले हैं, जो टेढ़े भौंह वाले और मजबूत राक्षसों के गर्व और अहंकार को खत्म करने वाले हैं। तुलसीदास जी कहते हैं – ऐसे श्रीपवनकुमार (हनुमानजी) जो अपनी सेवा करने वाले लोगों को आसानी से मिल जाते हैं, अपनी भलाई के लिए हमेशा अपने भक्तों के करीब रहते हैं, जिनके गुण गाने, प्रणाम करने, स्मरण करने और नाम जपने से सभी बड़े संकट दूर हो जाते हैं। ॥ १ ॥
हनुमान बाहुक पाठ करने का आसान तरीका
हनुमान बाहुक का पाठ करते समय कुछ आसान नियमों का पालन करना बहुत फायदेमंद होता है:
- सुबह जल्दी उठकर नहाएं और साफ कपड़े पहनें।
- पूजा की जगह लाल रंग का आसन बिछाएं और हनुमानजी की मूर्ति या तस्वीर रखें।
- बजरंगबली को अबीर, गुलाल और लाल फूल चढ़ाएं।
- शुद्ध घी का दीपक जलाएं और ध्यान रखें कि पूरे पाठ के दौरान दीपक जलता रहे।
- घर में बने शुद्ध घी के चूरमे का भोग लगाएं। अगर यह संभव न हो तो गुड़ और चने का भोग भी चढ़ा सकते हैं।
- पूरे मन से और ध्यान लगाकर हनुमान बाहुक का पाठ करें।
- पाठ खत्म होने पर सच्चे दिल से बजरंगबली से अपनी समस्याओं और दुखों दूर करने की दुआ करें।
- अगर रोज़ाना पाठ करना मुश्किल हो तो हफ्ते में कम से कम मंगलवार और शनिवार को जरूर करें।
हनुमान बाहुक पाठ के चमत्कारी लाभ 2025
हनुमान बाहुक का नियमित पाठ करने से कई लाभ होते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य इस प्रकार हैं:
- इसे पढ़ने से आपकी इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास में बड़ी बढ़ोतरी होती है।
- घर से सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मकता एवं शांति बनी रहती है।
- धन-संपत्ति संबंधी समस्याएं दूर होती हैं, संतान सुख, नौकरी और करियर में सफलता मिलती है, और शारीरिक बीमारियां व दर्द कम होते हैं।
- यह पवित्र पाठ जीवन में सुख, समृद्धि, वैभव और सफलता लाने वाला माना जाता है।
हनुमान बाहुक पाठ, जो गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखा गया है, सभी भक्तों के लिए PDF रूप में उपलब्ध है। आप इसे संस्कृत में पूरा पाठ और हिंदी अर्थ के साथ एक साथ पढ़ सकते हैं, जो डाउनलोड करने वाले PDF फाइल में उपलब्ध है। 🙏