हनुमान बाहुक हिंदी अर्थ सहित – Hanuman Bahuk Path PDF

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हनुमान बाहुक हिंदी अर्थ सहित – Hanuman Bahuk Path - Summary

हनुमान बाहुक हिंदी अर्थ सहित – Hanuman Bahuk Path

हनुमान बाहुक, जिसे भगवान श्री हनुमान (Lord hanuman) को समर्पित एक अध्यात्मिक ग्रंथ माना जाता है, का लेखन श्री गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा किया गया था। लोककथाओं के अनुसार, एक समय की बात है जब कलियुग के प्रभाव से तुलसीदास जी की भुजा में तेज़ दर्द हुआ। इसी वेदना से मुक्ति पाने के लिए उन्होंने हनुमान बाहुक की रचना की।

हम सबने इस बाहुक की महिमा का अनुभव किया है। लोग इसे लिखकर और पाठ करके गाने लगे। इसकी लोकप्रियता देखकर और भी कवियों ने इसमें अपने योगदान किए और इसके सैकड़ों संस्करण प्रकाशित हुए, जिनमें लाखों प्रतियाँ लोगों के हाथों में पहुँचाई गईं।

लगभग सभी ने इस बाहुक की महिमा की, जबकि कुछ लोगों ने अंत के पदों में थोड़े फेरबदल किए। पाठ्यक्रम में होने वाले बदलावों के बावजूद, इसकी महिमा कम नहीं हुई है।

Hanuman Bahuk Hindi Lyrics – हनुमान बाहुक हिंदी अर्थ सहित

छप्पय:

सिंधु-तरन, सिय-सोच-हरन, रबि-बाल-बरन तनु ।
भुजबिसाल, मूरतिकरालकालहुकोकालजनु ॥
गहन-दहन-निरदहन लंक निःसंक, बंक-भुव ।
जातुधान-बलवान-मान-मद-दवन पवनसुव ॥
कह तुलसिदास सेवत सुलभ सेवक हित सन्तत निकट ।
गुन-गनत, नमत, सुमिरत, जपत समन सकल-संकट-विकट ॥ १ ॥

भावार्थ :- जिनके शरीर का रंग उदयकाल के सूर्य के समान है, जो समुद्र लाँघकर श्रीजानकीजी के शोक को हरने वाले, आजानु-बाहु, डरावनी सूरत वाले और मानो काल के भी काल हैं। लंका-रुपी गम्भीर वन को, जो जलाने योग्य नहीं था, उसे जिन्होंने निःसंक जलाया और जो टेढ़ी भौंहे वाले तथा बलवान् राक्षसों के मान और गर्व का नाश करने वाले हैं, तुलसीदास जी कहते हैं – वे श्रीपवनकुमार सेवा करने पर बड़ी सुगमता से प्राप्त होने वाले, अपने सेवकों की भलाई करने के लिए सदा समीप रहने वाले तथा गुण गाने, प्रणाम करने एवं स्मरण और नाम जपने से सब भयानक संकटों को नाश करने वाले हैं ॥ १ ॥

हनुमान बाहुक पाठ विधि

  • रोज सुबह स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पहनकर एक लाल कपड़े पर हनुमान की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  • हनुमानजी को अबीर, गुलाल आदि चढ़ाएं और लाल फूल अर्पित करें। गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं तो पाठ के अंत तक जलता रहे।
  • घर में बने शुद्ध घी के चूरमे का भोग लगाएं। अगर संभव न हो तो गुड़-चने का भोग भी लगा सकते हैं।
  • इसके बाद हनुमान बाहुक का पाठ करना शुरू करें। पाठ समाप्त होने पर हनुमानजी के कष्टों का निवारण करने के लिए प्रार्थना करें।
  • अगर रोज पाठ करना संभव न हो तो सिर्फ मंगलवार को भी हनुमान बाहुक का पाठ कर सकते हैं।

हनुमान बाहुक पाठ के लाभ

  • हनुमान बाहुक का पाठ करने से इच्छा शक्ति बढ़ती है, जिससे आप हर मुश्किल का सामना कर सकते हैं।
  • जिस घर में हनुमान बाहुक का पाठ होता है, वहां नकारात्मक ऊर्जा नहीं टिक पाती।
  • धन, संतान, नौकरी, बीमारी आदि सभी समस्याओं का समाधान हनुमान बाहुक का पाठ करने से हो सकता है।
  • हनुमान बाहुक का पाठ करने से जीवन के सभी सुख मिल सकते हैं।

Hanuman Bahuk Path written by Goswami Tulsidas is available in book PDF format for all devotees. You can read the complete path at once in Sanskrit in the available downloadable PDF file.

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