Rangeela Rasool (रंगीला रसूल) - Summary
रंगीला रसूल १९२० के दशक में प्रकाशित पुस्तक है जो लाहौर के महाशय राजपाल ने प्रकाशित की थी। इसके लेखक ‘चामुपति एम ए’ या किशन प्रसाद प्रताब नामक आर्यसमाजी थे किन्तु लेखक का नाम प्रकाशन ने कभी नहीं बताया। यह पुस्तक बहुत विवादास्पद सिद्ध हुई। इसमें पैगम्बर मुहम्मद के विवाह एवं गृहस्थ जीवन का सही अर्थो मे वर्णन किया गया है।
रंगीला रसूल या रंगीला रसूल (जिसका अर्थ है कामुक पैगंबर) 1920 के दशक के दौरान पंजाब में आर्य समाज और मुसलमानों के बीच टकराव के दौरान प्रकाशित एक पुस्तक थी। विवादास्पद पुस्तक मुहम्मद के विवाह और यौन जीवन से संबंधित थी। मूल रूप से उर्दू में लिखा गया, इसका हिंदी में अनुवाद किया गया है।