Durga Stuti by Chaman - Summary
दुर्गा स्तुति / Durga Stuti by Chaman PDF को नियमित रूप से पढ़ने से आपके मन को शांति मिलती है और आपके जीवन से सभी बुराइयां समाप्त होती हैं। इसके चलते, आप स्वस्थ, धनवान और समृद्ध बनते हैं। सर्वोत्तम परिणाम पाने के लिए, सुबह स्नान करके देवी दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर के सामने दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए। इस स्तुति के प्रभाव को समझने के लिए, पहले इसका मतलब हिंदी में जानना जरूरी है।
महाकाल की कृपा से जीवन में खुशियाँ लाएगी दुर्गा स्तुति
नवरात्री में, माता दुर्गा को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए दुर्गा स्तुति का नियमित पाठ करना बहुत आवश्यक है। हिन्दू पौराणिक कथाओं में, यह बताया गया है कि दुर्गा स्तुति का नियमित जप देवी दुर्गा को खुश कर देता है।
दुर्गा स्तुति इन हिंदी – Durga Stuti by Chaman
जय भगवति देवि नमो वरदे जय पापविनाशिनि बहुफलदे।
जय शुम्भनिशुम्भकपालधरे प्रणमामि तु देवि नरार्तिहरे॥1॥
जय चन्द्रदिवाकरनेत्रधरे जय पावकभूषितवक्त्रवरे।
जय भैरवदेहनिलीनपरे जय अन्धकदैत्यविशोषकरे॥2॥
जय महिषविमर्दिनि शूलकरे जय लोकसमस्तकपापहरे।
जय देवि पितामहविष्णुनते जय भास्करशक्रशिरोवनते॥3॥
जय षण्मुखसायुधईशनुते जय सागरगामिनि शम्भुनुते।
जय दु:खदरिद्रविनाशकरे जय पुत्रकलत्रविवृद्धिकरे॥4॥
जय देवि समस्तशरीरधरे जय नाकविदर्शिनि दु:खहरे।
जय व्याधिविनाशिनि मोक्ष करे जय वाञ्छितदायिनि सिद्धिवरे॥5॥
एतद्व्यासकृतं स्तोत्रं य: पठेन्नियत: शुचि:।
गृहे वा शुद्धभावेन प्रीता भगवती सदा॥6॥
श्री दुर्गा स्तुति पाठ विधि
- ब्रह्म मुहूर्त में उठते समय जय जगदम्बे जय जय अम्बे का ग्यारह बार मुँह में जाप करें।
- शौच आदि से निवृत होकर स्नान करने के बाद लाल रूमाल कंधे पर रखकर पाठ करें।
- मौली दाई कलाई पर बांधे या बंधवा लें। आसन पर चौकड़ी लगा कर (बैठ कर) हाथ जोड़कर बोलें:
- पौना वाली माता जी तुहाड़ी सदा ही जय। ” भगवती मां के सामने घी की जोत जलाकर पाठ प्रारंभ करें।
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