Shiv Namaskar Mantra
शिव नमस्कार मंत्र एक सिद्ध मन्त्र हैं जिसके द्वारा आप शिव जी को बहुत ही कम समय में प्रसन्न कर सकते हैं। इस मन्त्र में शिव जी को प्रणाम किया हैं, इसीलिए इस मन्त्र को शिव नमस्कार कहा जाता हैं। हमें अपने प्रिये पाठकों के लिए शिव नमस्कार PDF का लिंक इस लेख के अंत में दिया हैं। आप उस लिंक के माध्यम से शिव नमस्कार मन्त्र प्रपात कर सकते हैं तथा इसके प्रयोग से अपने जीवन में परिवर्तन ला सकते हैं।
यह महान शिव मंत्र है जो तीनो लोकों के स्वामी,सर्वज्ञ महादेव, इस सृष्टि के संहारक के रूप की महिमा करता है। यह मंत्र भगवान शिव का भी प्रिय जाना जाता है और इसके पठन से शिव कृपा प्राप्त होती है। इस मंत्र को शुरुआत “ॐ नमो हिरण्यबाहेव” से होती है, जिसका मतलब है कि मैं उन्हें नमन करता हूं जिसके पास सुनहरे हाथ हैं।
Shiv Namaskar Mantra – Shiva Namaskar Mantra Lyrics in Sanskrit
भगवान शिव को नमस्कार
नमः शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शङ्कराय च ।
मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च ॥ १॥
ईशानः सर्वविद्यानामीश्वरः सर्वभूतानां
ब्रह्माधिपतिर्ब्रह्मणोऽधिपतिर्ब्रह्मा शिवो मे अस्तु दाशिवोम् ॥ २॥
तत्पुरुषाय विद्दाहे महादेवाय धीमहि ।
तन्नो रुद्रः प्रचोदयात् ॥ ३॥
अघोरेभ्योऽथ घोरेभ्यो घोरघोरतरेभ्यः सर्वेभ्यः
सर्वशर्वेभ्यो नमस्तेऽस्तु रुद्ररूपेभ्यः ॥ ४॥
वामदेवाय नमो ज्येष्ठाय नमः श्रेष्ठाय नमो रुद्राय
नमः कालाय नमः कलविकरणाय नमो बलविकरणाय
नमो बलाय नमो बलप्रमथनाय नमः सर्वभूतदमनाय नमो मनोन्मनाय नमः ॥ ५॥
सद्योजातं प्रपद्यामि सद्योजाताय वै नमो नमः ।
भवे भवे नातिभवे भवस्व मां भवोद्भवाय नमः ॥ ६॥
नमः सायं नमः प्रातर्नमो रात्र्या नमो दिवा ।
भवाय च शर्वाय चोभाभ्यामकरं नमः ॥ ७॥
यस्य निःश्वसितं वेदा यो वेदेभ्योऽखिलं जगत् ।
निर्ममे तमहं वन्दे विद्यातीर्थ महेश्वरम् ॥ ८॥
त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
सर्वो वै रुद्रस्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु ।
पुरुषो वै रुद्रः सन्महो नमो नमः ।
विश्वं भूतं भुवनं चित्रं बहुधा जातं जायमानं च यत् ।
सर्वो ह्येष रुद्रस्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु ॥
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