सामुद्रिक शास्त्र Samudrik Shastra 2025 - Summary
समुद्रशास्त्र का जीवन पर असर और सामुद्रिक शास्त्र PDF डाउनलोड
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, समुद्री तत्वों की खासियत और स्थिति हमारे जीवन की घटनाओं को प्रभावित करती है। इस विज्ञान में समुद्र की स्थिति, उसकी चाल और बदलाव का गहरा अध्ययन किया जाता है ताकि व्यक्ति के स्वास्थ्य, भाग्य और जीवन के दूसरे पहलुओं का मूल्यांकन किया जा सके। यह तरीका आसान और ज्ञान बढ़ाने वाला है, जो आपके जीवन में संतुलन और समझ बढ़ाने में मदद करता है। सामुद्रिक शास्त्र को समझने के लिए इसका PDF डाउनलोड करना एक अच्छा विकल्प है।
सामुद्रिक शास्त्र की विद्या – Samudrik Shastra Book Download 2025
सामुद्रिक शास्त्र बहुत विस्तृत है और इसमें कई विषय शामिल हैं। इसे समझने के लिए हमने इसे कुछ मुख्य भागों में बांटा है:
- पहला भाग
- मूल बातें
- हस्त परीक्षा
- हथेली
- हस्त परिचय
- हाथ की उंगलियाँ
- नाखून
- ग्रह ज्ञान
- चिन्ह ज्ञान
- दूसरा भाग
- रेखा विचार
- जीवन रेखा
- स्वास्थ्य रेखा
- हृदय रेखा
- मस्तक रेखा
- भाग्य रेखा
- सूर्य रेखा
- विवाद रेखा
- सन्तान रेखा
- मणिबन्ध रेखा
- फुटकर रेखाएँ
- रेखाओं का महत्व
- तीसरा भाग
- शारीरिक लक्षण
- दाहिना पैर
- बायाँ पैर
मानव जीभ पर शंख, चक्र, यव, पद्म जैसे जो चिन्ह दिखते हैं उन्हें ‘कराङ्क’ कहा जाता है। विभिन्न आकार की जो रेखाएँ दिखती हैं उन्हें ‘कर-रेखा’ कहते हैं। जैसे पदाङ्क और ललाट-रेखा से मानव जीवन के अच्छे-बुरे पहलू तय होते हैं, उसी तरह केवल हथेली देखकर ही जीवन की पूरी घटना श्रृंखला का एक चित्र बन जाता है।
आज भी पश्चिमी देशों के ज्योतिषी हाथ देखकर सीधे फल देते हैं और आम लोगों में बहुत मान्यता रखते हैं। किसी प्रसिद्ध पश्चिमी ज्योतिषी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है: ‘हम लोग आशा लगाकर अंधेरे में भटकते हैं, यश और भाग्य की खोज में थक जाते हैं, फिर भी हथेली की रोशनी का सहारा नहीं लेते। इससे बड़ी आश्चर्य की क्या बात हो सकती है?’ आसान भाषा में, जिज्ञासु लोग इस उपयोगी हथेली रेखाओं को समझ सकें, इसके लिए इसका थोड़ा परिचय यहां प्रस्तुत किया गया है।
हथेली की रेखाएँ दो तरह की होती हैं — अंक जैसी और रेखा जैसी। शंख, चक्र, गदा आदि के विज्ञान को ‘अंक कोठी’ और उसमें रेखाओं के ज्ञान को ‘रेखा कोठी’ कहा जाता है। यहाँ पहले अंक कोष्ठी के बारे में बताया गया है।
ग्रहों से जो विभिन्न घटनाएं तय होती हैं, वे इस प्रकार हैं: शुक्र ग्रह से विवाह और प्रेम, बृहस्पति से सम्मान और प्रतिष्ठा, शनि से दुख और कष्ट, बुध से विद्या-ज्ञान, चन्द्र से अंदरूनी पीड़ा और दुःख, और मंगल से शक्ति, साहस, और लड़ाई से जुड़ी बातें। यह ज्ञान 2025 में भी प्रासंगिक है।
आप सामुद्रिक शास्त्र (Samudrik Shastra) की PDF फाइल डाउनलोड करके या ऑनलाइन पढ़ कर इस प्राचीन ज्ञान का लाभ ले सकते हैं। नीचे दिए गए लिंक से आप आसानी से PDF डाउनलोड कर सकते हैं।
Also Download
Bhartiya Jyotish Vigyan PDF Hindi
Ank Vidya Jyotish by Ojha PDF Hindi