Ravan Samhita Book Part 5 - Summary
बहुत कम लोगों को यह बात पता होगी कि रावण का प्रभाव उसकी तांत्रिक साधना और असुरी शक्तियों के बल पर था। इसलिए रावण कई ऐसे उपाय करता था जिससे जो भी सामान्य इंसान उसे देखता था, वह आकर्षित हो जाता था। इसके साथ ही वह बहुत ही तांत्रिक विद्याओं और शक्तियों का ज्ञाता भी था और समय-समय पर इन शक्तियों का इस्तेमाल वह लोगों पर देवताओं, दानवों, गन्धर्वों आदि पर करता रहता था।
रावण संहिता पुस्तक पार्ट 5
रावण की इन्हीं शक्तियों और विद्याओं के ऊपर कई संहिताएँ भी लिखी गई हैं जिनका अध्ययन करने से लोग धन, नकारात्मक शक्ति और भी बहुत से कार्य कर सकते हैं। यदि आप भी दुखों, कष्टों से छुटकारा पाना चाहते हैं और सुख, धन की वर्षा अपने घर परिवार में करना चाहते हैं, तो इन रावण संहिता में से मंत्रों का अध्ययन करके कर सकते हैं। हमारे पास रावण संहिता की कुल 5 किताबें हैं, जिन्हें आप आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
Ravan Samhita Book – रावण संहिता में धन प्राप्ति के लिए उपाय
यदि आप देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेर देव की कृपा से अकूत धन संपत्ति चाहते हैं, तो यह उपाय कर सकते हैं। उपाय के अनुसार आपको यहां दिए जा रहे मंत्र का जप तीन माह तक करना है। प्रतिदिन मंत्र का जप केवल 108 बार करें।
मंत्र: ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रवाणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा।
मंत्र जप करते समय अपने पास धनलक्ष्मी कौड़ी रखें। जब तीन माह हो जाएं, तो यह कौड़ी अपनी तिजोरी में या जहां आप पैसा रखते हैं, वहां रखें। इस उपाय से जीवनभर आपको पैसों की कमी नहीं होगी।
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