कोकशास्त्र किताब Kok Shastra Book - Summary
कोकशास्त्र किताब (Kok Shastra Book) प्रेम और संबंधों के खास रहस्यों को समझाने वाला एक पुराना ग्रंथ है। इस किताब में नवविवाहित जोड़ों के पारिवारिक जीवन और व्यवहार की जानकारी विस्तार से दी गई है। आप अब अपने मोबाइल या कंप्यूटर में Kok Shastra PDF डाउनलोड करके इस ज्ञान को आसानी से पढ़ सकते हैं।
Kok Shastra Book का महत्व और असर
कोकशास्त्र न सिर्फ घर के छोटे-छोटे नियम बताता है, बल्कि नवविवाहित महिलाओं और परिवार के बीच के रिश्तों को भी गहराई से समझाता है। आज भी भारत के कई हिस्सों में इस किताब के बताए पारिवारिक मूल्य और तरीक़े देखे जा सकते हैं। नवविवाहित बहुएं अपनी सास के साथ रहकर घर के काम, सेवाएं, और रिश्ते निभाने में वैसे ही तरीक़े अपनाती हैं जैसा कोकशास्त्र में बताया गया है।
Kok Shastra Book की रचना और विस्तार
पुराने समय में प्रजापति ने कामशास्त्र के बहुत सारे अध्याय बनाए थे, जिनका सार महादेव की इच्छा से ‘नंदी’ ने छोटा कर दिया। इसके बाद उद्दालक मुनि के बेटे श्वेतकेतु ने इसे पाँच सौ अध्यायों में बदला। फिर पंचाल बाभव्य ने इसे डेढ़ सौ अध्याय और सात भागों में आसान बनाया।
समय के साथ, सात महान आचार्यों ने इन सात भागों पर अपना-अपना ग्रंथ लिखा, जैसे:
- चारायण – साधारण भाग,
- सुवर्णनाभ – सांप्रयोगिक भाग,
- घोटकमुख – कन्या संप्रयुक्तक,
- गोनर्दीय – भार्याधिकारिक,
- गोणिकापुत्र – पारदारिक,
- दत्तक – वैशिक,
- कुचुमार – औपनिषदिक।
साल 2025 में भी Kok Shastra Book की महत्ता बनी हुई है क्योंकि यह ग्रंथ मानवीय रिश्तों और पारिवारिक harmony के बारे में भी सच्चाई बताता है। ये सिर्फ एक पुराना ग्रंथ नहीं है, बल्कि एक मार्गदर्शक है जो आधुनिक जिंदगी में भी काम आता है। इस किताब की सीख हमें एक-दूसरे को बेहतर समझने और मजबूत रिश्ते बनाने में मदद करती हैं।
Kok Shastra Book PDF डाउनलोड करें
आप नीचे दिए गए लिंक से Kok Shastra PDF आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं और इस ग्रंथ का पूरा ज्ञान पा सकते हैं।