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Yogini Tantra (64 योगिनी तंत्र) in Hindi
चौसठ योगिनी साधना, षोडश/चाँद/मधुमती योगिनी साधना, योगिनी तंत्र साधना मंत्र विधि- योगिनी साधना तंत्र विद्या के अंतर्गत अति महत्वपूर्ण साधना है। योगिनी तंत्र साधना और मन्त्र विधि के विधिवत पालन करने से इसे सिद्ध किया जा सकता है। योगिनी साधना में माँ आदि शक्ति को प्रसन्न करने के लिए साधना...
गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day Speech 2024) in Hindi
भारतवासी हर साल पूरे जोश के साथ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं। इस अवसर पर स्कूल और कॉलेजों में वाद-विवाद, भाषण, निबंध जैसे समारोह का आयोजन किया जाता है। 26 जनवरी भारत का 75वां गणतंत्र दिवस है। इसी दिन तत्कालीन ब्रिटिश उपनिवेश ने संविधान सभा के सदस्यों द्वारा...
नवरात्रि हवन मंत्र – Navratri Hawan Mantra in Hindi
हवन कुंड का अर्थ है हवन की अग्नि का निवास स्थान। हवन कुंड में अग्नि प्रज्वलित करने के पश्चात इस पवित्र अग्नि में फल, शहद, घी, काष्ठ इत्यादि पदार्थों की आहुति प्रमुख होती है। ऐसा माना जाता है कि यदि आपके आसपास किसी बुरी आत्मा इत्यादि का प्रभाव है तो हवन...
बगलामुखी साधना (Baglamukhi Sadhna Aur Siddhi) Book in Hindi
माँ की दस महाविद्याओं में से 8वीं महाविद्या माँ बगलामुखी को स्तम्भन की देवी कहा गया है | कलियुग के समय में बगलामुखी की साधना से साधक के सभी कार्य शीघ्र सिद्ध होने लगते है | मारण , मोहन , उच्चाटन , वशीकरण , अनिष्ट ग्रहों की शांति , मनचाहे...
भगतसिंह जीवन परिचय – Bhagat Singh Biography in Hindi
भगत सिंग एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष किया। उनका जन्म 27 सितंबर 1907 को पंजाब के जिले लायलपुर (अब पाकिस्तान) में हुआ था। उनके पिता का नाम किशन सिंग था और माता का नाम वीरमती कौर था। उनका पूरा नाम शहीद-ए-आजम सरदार भगत...
शिव पूजा विधि मंत्र और सामग्री लिस्ट in Hindi
हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती हैं । इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से भोलेनाथ बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिवजी और माता पार्वती जी का विवाह महाशिवरात्रि के ही दिन...
श्राद्ध विधि – Shraddh Vidhi Book in Hindi
श्राद्ध दिवस को बुद्धिमान पुरुष श्रोत्रिय आदि से विहित ब्राह्मणों को पितृ-श्राद्ध तथा वैश्व-देव-श्राद्ध के लिए निमंत्रित करें। पितृ-श्राद्ध के लिए सामर्थ्यानुसार अयुग्म तथा वैश्व-देव-श्राद्ध के लिए युग्म ब्राह्मणों को निमंत्रित करना चाहिए। धर्म ग्रंथों के अनुसार पितरों की भक्ति से मनुष्य को पुष्टि, आयु, वीर्य और धन की प्राप्ति...
श्री सूक्त पाठ (Shri Suktam Path)
श्री सूक्त पाठ करने से घर में श्री सूक्त का पाठ होता है, उस घर में कभी धन की कमी नही होती है! लेकिन उसके लिए आपको कर्म प्रधान होना जरुरी हैं। कर्म प्रधान होने के मतलब यह ही की अगर आप यह सोचते है की अगर आप बैठे रहेंगे...