Ravan Samhita Book Part 4 - Summary
बहुत कम लोगों को यह बात पता होगी कि रावण का प्रभाव उसकी तांत्रिक साधना और असुरी शक्तियों के बल पर था। इसलिए रावण कई ऐसे उपाय करता था जिससे जो भी सामान्य इंसान उसे देखता था वह आकर्षित हो जाता था। इसके साथ ही वह बहुत ही तांत्रिक विद्याओं और शक्तियों का ज्ञाता भी था और समय-समय पर इन शक्तियों का इस्तेमाल वह लोगों पर देवताओं, दानवों, गन्धर्वों आदि पर करता रहता था।
रावण संहिता भाग – 4 (Free Download Ravan Samhita Book Part 4)
रावण की इन्हीं शक्तियों और विद्याओं के ऊपर कई संहिताएँ भी लिखी गई हैं जिंका अध्ययन करने से लोग धन, नकारात्मक शक्ति और भी बहुत से कार्य कर सकते हैं। अगर आप भी दुखों, कष्टों से छुटकारा पाना चाहते हैं और सुख, धन की वर्षा अपने घर परिवार में करना चाहते हैं तो इन रावण संहिता में से मंत्रों का अध्ययन करके कर सकते हैं। हमारे पास रावण संहिता की कुल 5 किताबें हैं जिनहे आप आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
रावण संहिता में धन प्राप्ति के लिए उपाय
यदि किसी व्यक्ति को धन प्राप्त करने में बार-बार रुकावटें आ रही हों तो वह इस उपाय को कर सकता है। यह उपाय साधक को 40 दिन तक करना होगा। इस उपाय को घर पर ही किया जा सकता है। उपाय के अनुसार धन प्राप्ति मंत्र का जप करना है प्रतिदिन 108 बार इसके लिए मंत्र इस प्रकार है:
मंत्र: ऊँ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं, श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा।
इस मंत्र का जप नियमित रूप से करने पर कुछ ही दिनों महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त हो जाएगी और आपके धन में आ रही रुकावटें दूर होने लगेंगी।
Download Asli Pracheen Ravan Samhita Original Book Part 4 in sanskrit to hindi translation pdf file or read online for free through direct link given below.
Also Check
– Ravan Samhita Book Part 1 PDF in Hindi
– Ravan Samhita Book Part 2 PDF in Hindi
– Ravan Samhita Book Part 3 PDF in Hindi
– Ravan Samhita Book Part 5 PDF in Hindi
– Ravan Ved Katha (Ravan Samhita)