Sankata Nashana Ganesha Stotram Sanskrit PDF

Sankata Nashana Ganesha Stotram in Sanskrit PDF download free from the direct link below.

Sankata Nashana Ganesha Stotram - Summary

नमस्कार दोस्तों! आज हम आपके लिए संकट नाशना गणेश स्तोत्रम PDF साझा कर रहे हैं, जो भक्तों की मदद के लिए बहुत उपयोगी है। यदि आप संकट नाशन गणेश स्तोत्रम संस्कृत में PDF फॉर्मेट में ढूंढ रहे हैं, तो आप सही जगह पर आए हैं। आप इस पृष्ठ के नीचे दिए गए लिंक से इसे सीधे डाउनलोड कर सकते हैं। श्री गणेश को हिंदू धर्म में सुख, शांति और ज्ञान का देवता माना जाता है। कोई भी शुभ कार्य करने से पहले और किसी भी देवता की पूजा करने से पहले भगवान गणेश का स्मरण किया जाता है। श्री गणेश भगवान शिव और माता पार्वती के प्यारे पुत्र हैं।

संकटा नाशक गणेश स्तोत्र का महत्व

संकटनाशन गणेश स्तोत्र, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, भगवान गणेश को समर्पित है। यह स्तोत्र कष्टों का नाश करता है। नारद पुराण में इस स्तोत्र का वर्णन नारद मुनि ने किया है। विघ्न विनाशक भगवान गणेश भक्तों की बाधाओं को दूर करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से इस स्तोत्र का पाठ करने से भगवान गणेश आपके सभी दुखों को दूर कर आपके जीवन को सुखमय बना देंगे। 😊

विघ्ननाशक गणेश स्तोत्र – Sankata Nashana Ganesha Stotram

प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्र विनायकम् ।
भक्तावासं स्मरेन्नित्यायुष्कामार्थसिद्धये ॥१॥

प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयकम् ।
तृतीयं कृष्णपिङ्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम् ॥२॥

लम्बोदरं पञ्चमं च षष्ठं विकटमेव च ।
सप्तमं विघ्नराजं च धूम्रवर्ण तथाष्टमम् ॥३॥

नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम् ।
एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम् ॥४॥

द्वादशैतानि नामानि त्रिसन्ध्यं यः पठेन्नरः ।
न च विघ्नभयं तस्य सर्वसिद्धिश्च जायते ॥५॥

विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम् ।
पुत्रार्थी लभते पुत्रान्मोक्षार्थी लभते गतिम् ॥६॥

जपेद् गणपतिस्तोत्रं षड्भिर्मासैः फलं लभेत् ।
संवत्सरेण सिद्धिं च लभते नात्र संशयः ॥७॥

अष्टाभ्यो ब्राह्मणेभ्यश्च लिखित्वा यः समर्पयेत् ।
तस्य विद्या भवेत्सर्वा गणेशस्य प्रसादतः ॥८॥

आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के विघ्ननाशक गणेश स्तोत्र PDF / Sankata Nashana Ganesha Stotram PDF in Sanskrit में डाउनलोड कर सकते हैं।

RELATED PDF FILES

Sankata Nashana Ganesha Stotram Sanskrit PDF Download