Bhavishya Malika Book - Summary
भविष्य मालिका किताब में भविष्यवाणी के अनुसार, भारत पर चीन और मुसलमानों के द्वारा संयुक्त आक्रमण होने की सम्भावना है। शनि ग्रह मीन राशि में जाकर वहाँ पर ढाई साल के लिए बैठेगा। इस भविष्यवाणी में कहा गया है कि यदि भारत पर कोई हमला होता है, तो देश की बागडोर नरेंद्र मोदी या योगी आदित्य नाथ के हाथों में होगी। इस किताब में यह भी लिखा है कि बागडोर अविवाहित संत के हाथ में होगी। एक कन्नड़ भविष्यवाणी के अनुसार, जब शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे, तभी भारत पर संकट के बादल घेरेंगे।
वर्ष 2024 में शनि कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में जाने वाले हैं। कन्नड़ भविष्यवाणी के अनुसार, 6 और 7 का योग 13 होता है, और फिर 13 का योग करने पर योगफल 26 होता है। इसी 26 अंक के माध्यम से, अच्युतानंद दास ने भविष्यवाणी की है कि इस्लामिक देश भारत पर हमला करेंगे और भारी तबाही होगी। भविष्य मालिका की भविष्यवाणी में यह भी कहा गया है कि यूरोप में लगभग सभी आबादी का विनाश हो जाएगा और कुछ समय बाद अमेरिका समुद्र में विलीन हो जाएगा। लोग कीट-पतंगों की तरह समाप्त होते जाएंगे और विश्व की जनसंख्या सीमित होकर 64 करोड़ ही रह जाएगी।
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Bhavishya Malika Book (भविष्य मालिका किताब)
भविष्य मालिका किताब के अनुसार, इस धरती पर वही लोग बचेंगे जो धर्म के मार्ग का अनुसरण करेंगे। क्योंकि 2025 के बाद का समय एक विभीषिका के समान होगा। भारत के उड़ीसा प्रांत में जन्मे महान संत अच्युतानंद जी महाराज को दिव्य शक्तियों से सम्पन्न महान योगी और संत माना जाता है। उन्होंने भविष्य मालिका नामक पुस्तक में भविष्य की बातें उल्लेखित की हैं। इस भविष्य की बातों को उन्होंने पांच सौ वर्ष पूर्व ताड़ वृक्ष के पत्तों पर लिख दिया था और वर्तमान में उनके द्वारा लिखी गई भविष्यवाणी सच साबित हो रही है। भविष्य मालिका में कलयुग के दौरान अकाल, युद्ध, भूचाल, विस्फोट तथा महामारी की भविष्यवाणी दी गई है।
भविष्य मालिका में संकेत मिलता है कि यह घटनाएं कब घटित होंगी। इसमें भारत, रूस और अमेरिका के बारे में भी भविष्यवाणी की गई है। अच्युतानंद दास महाराज ने जगन्नाथ मंदिर से जुड़ी भविष्य की घटनाओं के आधार पर विश्व की अनेक घटनाओं का उल्लेख किया है।
भविष्य मालिका की भविष्यवाणी 2024
- भविष्य मालिका किताब के अनुसार, धरती 3 चरणों से गुजर रही है। पहला चरण कलयुग का अंत होगा, दूसरा महाविनाश होगा और तीसरा आएगा एक नया युग।
- शनि जब मीन राशि में प्रवेश करेंगे, तब भारत पर संकट के बादल छाएंगे। साल 2024 में शनि कुंभ से निकलकर मीन राशि में जाने वाले हैं।
- साल 2024 में भारत में कुछ अनजानी खोजें होने वाली हैं, जो मानव जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जाएंगी। कहते हैं कि मनुष्य भविष्य में घटने वाली चीजों को पहले ही जान लेगा।
- भारत में रहस्यमय लोगों का आगमन होने वाला है। भविष्यवाणी के अनुसार हिमालय में तपस्या कर रहे ऐसे संत आएंगे जो चमत्कारी और रहस्यमय हैं और जो हजारों वर्षों से जीवित हैं।
- साल 2024 में भारत अंतरिक्ष में अपनी एक विशेष सत्ता कायम करेगा।
- साल 2024 में दुनिया एक बड़े युग परिवर्तन से गुजरेगी। इस दौर में मुक्तिदाता आएगा, जिसकी बात सभी मानेंगे। यह मुक्तिदाता पूर्व का कोई सम्राट होगा।
- 27 अक्टूबर 2025 को मेष के प्रभाव में तीसरी प्रकार की जलवायु आएगी, और एशिया का राजा मिस्र का सम्राट बनेगा। युद्ध, मौतें, नुकसान और ईसाइयों की शर्मनाक स्थिति बनेगी। -(3/77 सेंचुरी)।
- पूरब का नेता अपने देश को छोड़कर आएगा, इटली के पहाड़ों और फ्रांस को देखेगा। वह हवा, जल और बर्फ से ऊपर जाकर सभी पर अपने दंड का प्रहार करेगा।
- एक जलवायु आकाश, धरती और धरती के भीतर जीवों के लिए उपयोगी होती है, दूसरी जलवायु पानी और पानी भरे स्थानों के लिए उपयोगी है, लेकिन तीसरी जलवायु अंतरिक्ष हो सकती है, जहाँ जीवन पनपना असंभव होगा। कहा जा रहा है कि उक्त वर्ष में किसी ऐसे युद्ध की आशंका है, जिसके चलते न्यूट्रॉन बम का इस्तेमाल किया जाएगा। इस क्षेत्र में तुरंत जीवन समाप्त हो जाएगा। ऐसा कौन करेगा? एशिया का महान शक्तिशाली नेता?
- ‘पाँच नदियों के प्रसिद्ध द्वीप राष्ट्र में एक महान राजनेता का उदय होगा। इस राजनेता का नाम ‘वरण’ या ‘शरण’ होगा। वह एक शत्रु के उन्माद को खत्म करेगा और इस कार्रवाई में 6 लोग मारे जाएंगे।’ (सेंचुरी v-27)
- जल्द ही पूरी दुनिया का मुखिया होगा महान ‘शायरन’, जिसे पहले सभी प्यार करेंगे और बाद में वह भयभीत करने वाला होगा। उसकी ख्याति आसमान चूमेगी और वह विजेता के रूप में सम्मान पाएगा।’ (v-70)
- ‘महान सितारा 7 दिन तक जलेगा और एक बादल से निकलेंगे दो सूरज। एक बड़ा कुत्ता सारी रात रोएगा और एक महान पोप अपना मुल्क छोड़ देगा।’
भविष्य मालिका के अनुसार कलयुग के अंत में क्या होगा?
- भविष्य मालिका के अनुसार, कलियुग के अंत में दुनियाभर में सनातन धर्म के प्रतीक चिन्ह मिलने लगेंगे। जल प्रलय और प्राकृतिक आपदा के कारण कई पुराने गांव और शहर दोबारा दिखाई देने लगेंगे।
- भविष्य मालिका के अनुसार, केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्र और अमरनाथ गुफा से भगवान के चले जाने और इन स्थलों के लुप्त हो जाने के संकेत भी दिए गए हैं। इन तीर्थों के लुप्त होने की भविष्यवाणी महाविनाश के संकेत के रूप में बताई गई है।
- भविष्य मालिका के अनुसार, अधर्म बढ़ने और प्राकृतिक बदलाव के चलते कई देव स्थान लुप्त होंगे और कई लुप्त होने की स्थिति में पहुंच जाएंगे। इसका मुख्य कारण धरती का तापमान बढ़ना, प्राकृतिक बदलाव और अधर्म का राज होगा। इसके बाद महाविनाश और युद्ध प्रारंभ होगा। महाविनाश के बाद भगवान कल्कि अनंत माधन फिर से देव स्थानों की स्थापना करेंगे।
- भविष्य मालिका के अनुसार, चौथा महायुद्ध या धर्मयुद्ध धर्म और अधर्म के बीच होगा।
- कलयुग के अंत में, जिन लोगों ने महाभारत के युद्ध में भाग नहीं लिया था, वे सभी इस महायुग में भाग लेंगे और भगवान कल्कि का साथ देंगे।
- भविष्य मालिका के अनुसार, चौथा धर्मयुद्ध महाविनाश लाएगा। महाविनाश से पहले भगवान शिव द्वारा इस धरती पर कुछ बदलाव देखे जाएंगे, जिनमें प्राचीनकाल के चिन्ह या सतयुग से संबंधित कुछ अवशेष सामने आएंगे, और वे मंदिर या धर्मस्थल जो बहुत प्राचीन हैं, उनमें से कुछ विलुप्त हो जाएंगे।
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