108 Nagaraja Ashtottara Shatanamavali in Telugu
भारत, नेपाल और अन्य देशों में जहाँ हिन्दू धर्म के अनुयायी रहते हैं वे सभी इस दिन पारंपरिक रूप से नाग देवता की पूजा करते है, और परिवार के कल्याण के लिए उनके आशीर्वाद की मांग की जाती है। శ్రీనాగరాజాష్టోత్తరశతనామావలిః నమస్కరోమి దేవేశ నాగేన్ద్ర హరభూషణ । అభీష్టదాయినే తుభ్యం అహిరాజ నమో నమః...
108 Names of Shiva in Hindi
सावन का महीना भगवान शिव को सर्वाधिक प्रिय है और इस महीने में महादेव अपने उपासक की सभी मनोकामना पूर्ण कर देते हैं। बता दें कि शास्त्रों में भगवान शिव को समर्पित कई चमत्कारी श्लोक वर्णित हैं। लेकिन उनके 108 नामों के जाप का भी विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं...
56 Bhog List in Hindi
भगवान कृष्ण को छप्पन भोग (Chappan Bhog) लगाने की परंपरा रही है। भगवान के इस भोग को अन्नकूट भी कहा जाता है। कहा जाता है कि मुरलीधर को छप्पन भोग में ऐसे खाद्य पदार्थों का भोग लगाया जाता है जिन्हें वर्षाकाल में खाना निषेध माना जाता है। छप्पन भोग को...
64 योगिनी मंत्र – 64 Yogini Mantra in Hindi
65 योगिनी मंत्र आदिशक्ति मां काली के अवतार हैं। जैसे आपने सुना होगा ये सब अवतार घोर नामक दैत्य के साथ युद्ध के करते समय लिए थे। इन चौंसठ देवियों में से दस महाविद्याएं और सिद्ध विद्याओं की भी गणना की जाती है। ये सभी आद्या शक्ति काली के ही...
Aaditya Hirdaya Stotra (आदित्य हृदय स्तोत्र संपूर्ण पाठ) in Sanskrit
आदित्य हृदय स्तोत्र श्री वाल्मिकी रामायण के युद्धकांड का एक सौ पांचवां सर्ग है। भगवान राम को युद्ध में विजय प्राप्त करने के लिए अगस्त्य ऋषि ने उनको ये स्तोत्र बताया था। सूर्य के समान तेज पाना चाहते हैं या युद्ध या मुकदमों में विजय के लिए ये पाठ अमोघ...
Adhyatma Ramayana Gita Press
भगवान श्री शंकर के मुख से निकली श्रीराम की यह पवित्र कथा अध्यात्म रामायण के नाम से विख्यात है। उन्होने यह कथा अपने शिष्यों को सुनायी। इस प्रकार राम कथा का प्रचार प्रसार हुआ। वाल्मिकी रामायण में राम को सभी मानवीय कमजोरियों के साथ एक महान इंसान के रूप में...
Agastya Sanhita (अगस्त्य संहिता) in Hindi
अगस्त्य संहिता प्राचीन ऋषि अगस्त्य को जिम्मेदार संस्कृत पाठ में कई कार्यों का शीर्षक है। पंचरात्रगाम की एक संहिता अगस्त्य संहिता है, जो अगस्त्य द्वारा निर्धारित राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की पूजा के बारे में है। इसे अगस्त्य-सुतीक्ष-संवाद के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यह ऋषियों सुतीक्ष...
Annapurna Chalisa (अन्नपूर्णा चालीसा) in Hindi
अन्नपूर्णा देवी हिन्दू धर्म में मान्य देवी-देवताओं में विशेष रूप से पूजनीय हैं। इन्हें माँ जगदम्बा का ही एक रूप माना गया है, जिनसे सम्पूर्ण विश्व का संचालन होता है। इन्हीं जगदम्बा के अन्नपूर्णा स्वरूप से संसार का भरण-पोषण होता है। अन्नपूर्णा का शाब्दिक अर्थ है- ‘धान्य’ (अन्न) की अधिष्ठात्री।...