EXPLORE RELATED PDF FILES
56 Bhog List for Ganesh Ji in Hindi
हिन्दू धर्म में गणेश उत्सव अंतिम चरण में है। गणेश पूजन, हवन के साथ गणेश विसर्जन किया जाएगा, लेकिन इसके पहले भगवान गणेश की 56 भोग पूजन की जाएगी। इसके बाद भी आपको 56 भोगों यानि व्यंजनों के नाम जानना हैं तो नीचे आप पूरी लिस्ट देख सकते हैं। यह...
Aaditya Hirdaya Stotra (आदित्य हृदय स्तोत्र संपूर्ण पाठ) in Sanskrit
आदित्य हृदय स्तोत्र श्री वाल्मिकी रामायण के युद्धकांड का एक सौ पांचवां सर्ग है। भगवान राम को युद्ध में विजय प्राप्त करने के लिए अगस्त्य ऋषि ने उनको ये स्तोत्र बताया था। सूर्य के समान तेज पाना चाहते हैं या युद्ध या मुकदमों में विजय के लिए ये पाठ अमोघ...
Annapurna Chalisa (अन्नपूर्णा चालीसा) in Hindi
अन्नपूर्णा देवी हिन्दू धर्म में मान्य देवी-देवताओं में विशेष रूप से पूजनीय हैं। इन्हें माँ जगदम्बा का ही एक रूप माना गया है, जिनसे सम्पूर्ण विश्व का संचालन होता है। इन्हीं जगदम्बा के अन्नपूर्णा स्वरूप से संसार का भरण-पोषण होता है। अन्नपूर्णा का शाब्दिक अर्थ है- ‘धान्य’ (अन्न) की अधिष्ठात्री।...
Annapurna Vrat Katha in Gujarati
मान्यता है कि जगत शिव और शक्ति का स्वरूप है जहां शिव विश्वेश्वर हैं और उनकी शक्ति मां पार्वती हैं। सृष्टि की रचना काल में पार्वती को ‘माया’ कहा जाता है और पालन के समय वही ‘अन्नपूर्णा’ नाम के नाम से जानी हैं, जबकि संहार काल में वे ‘कालरात्रि’ बन...
Bajrang Baan (बजरंग बाण पाठ) in Sanskrit
बजरंग बाण पाठ (Bajrang Baan Paath) – बजरंग बली श्री हनुमान का जप करने वाले लोगों से सभी प्रकार के दुख दर्द दूर रहते हैं और वो हर प्रकार के भाय से मुक्त रहते हैं। कुछ लोग बजरंग बली को प्रसन्न रखने के लिए श्री हनुमान चालीसा का जाप करते...
Bajrang Baan Gita Press (बजरंग बाण गीत प्रेस) in Hindi
बजरंग बाण का पाठ किसी भी दिन शुरू ना करें। इसे मंगलवार के दिन ही शुरू किया जाना चाहिए। किसी मनोकामना की पूर्ति के लिए बजरंग बाण का पाठ कर रहे हैं तो कम से कम 41 दिनों तक इसका पाठ ज़रूर करें। इस पाठ के दौरान विशेष रूप से...
Brahmacharini Mata Aarti Lyrics in Hindi
ब्रह्माचारिणी माता की पूजा नवरात्रि के दूसरे दिन की जाति हैं। ये देवी भी हर मनाकामना करती है। कहते हैं इस दिन कुंडलिनी शक्तियों को जागृत करने के लिए भी साधना की जाती है। माँ दुर्गा का ये दूसरा स्वरूप भक्तों और सिद्धों को शुभ और अनंत फल देने वाला...
Braj 84 Kos Yatra List
यह ब्रज यात्रा मथुरा, मधुवन, अड़ीग, राधाकुंड, गोवर्धन, डीग, आदिबद्री, केदारनाथ, काम्यवन, बरसाना, नंदगांव, होडल, शेषशायी, कोसीकलां, मांटवन, राया, दाऊजी, गोकुल, मथुरा होते हुए वृंदावन मोर कुटी पर आकर समाप्त होगी। ब्रजयात्रा के कुल 24 पड़ाव यात्रा में चौरासी कोस की इस यात्रा में कुल 24 पड़ाव होते है। सबसे...