Annapurna Stotram – अन्नपूर्णा स्तोत्र Sanskrit

0 People Like This
❴SHARE THIS PDF❵ FacebookX (Twitter)Whatsapp

Annapurna Stotram – अन्नपूर्णा स्तोत्र in Sanskrit

अन्नपूर्णा स्तोत्र (Annapurna Stotram)

अन्नपूर्णा स्तोत्रम देवी की स्तुति में एक उत्तम भजन है। यह भजन आदि शंकराचार्य द्वारा लिखा गया था, जो एक बहुत सम्मानित दार्शनिक और धर्मशास्त्री थे, जो 8 वीं शताब्दी की शुरुआत में भारत में रहते थे और जिन्होंने अद्वैत वेदांत के सिद्धांत को समेकित किया था, जिस पर कई सिद्ध योग शिक्षाएँ आधारित हैं। आप नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करके Annapurna Stotram PDF में डाउनलोड कर सकते हैं।

अन्नपूर्णा भोजन और पोषण की देवी है। वह भगवान शिव की अविभाज्य शक्ति पार्वती का एक रूप है। उसके नाम का पहला भाग, अन्ना, “भोजन” और “अनाज” के रूप में अनुवादित है, और दूसरा, पूर्ण, का अर्थ है “पूर्ण” या “पूर्ण”। अन्नपूर्णा देवी के एक हाथ में अनाज से भरा गहना और दूसरे हाथ में सोने की कलछी है, जो सभी को भरपूर पोषण का प्रतीक है। वह सभी जीवन की पालना करने वाली देवी माँ हैं।

अन्नपूर्णा स्तोत्रम – Annapurna Stotram Lyrics

नित्यानन्दकरी वराभयकरी सौन्दर्यरत्नाकरी
निर्धूताखिलघोरपावनकरी प्रत्यक्षमाहेश्वरी ।
प्रालेयाचलवंशपावनकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी । १ ।

नानारत्नविचित्रभूषणकरी हेमाम्बराडम्बरी
मुक्ताहारविलम्बमानविलसद्वक्षोजकुम्भान्तरी ।
काश्मीरागरुवासिताङ्गरुचिरे काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी । २ ।

योगानन्दकरी रिपुक्षयकरी धर्मार्थनिष्ठाकरी
चन्द्रार्कानलभासमानलहरी त्रैलोक्यरक्षाकरी ।
सर्वैश्वर्यसमस्तवाञ्छितकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी । ३ ।

कैलासाचलकन्दरालयकरी गौरी उमा शङ्करी
कौमारी निगमार्थगोचरकरी ओङ्कारबीजाक्षरी ।
मोक्षद्वारकपाटपाटनकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी । ४ ।

दृश्यादृश्यविभूतिवाहनकरी ब्रह्माण्डभाण्डोदरी
लीलानाटकसूत्रभेदनकरी विज्ञानदीपाङ्कुरी ।
श्रीविश्वेशमनःप्रसादनकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी । ५ ।

उर्वीसर्वजनेश्वरी भगवती मातान्नपूर्णेश्वरी
वेणीनीलसमानकुन्तलहरी नित्यान्नदानेश्वरी ।
सर्वानन्दकरी सदा शुभकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी । ६ ।

आदिक्षान्तसमस्तवर्णनकरी शम्भोस्त्रिभावाकरी
काश्मीरात्रिजलेश्वरी त्रिलहरी नित्याङ्कुरा शर्वरी ।
कामाकाङ्क्षकरी जनोदयकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी । ७ ।

देवी सर्वविचित्ररत्नरचिता दाक्षायणी सुन्दरी
वामं स्वादुपयोधरप्रियकरी सौभाग्यमाहेश्वरी ।
भक्ताभीष्टकरी सदा शुभकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी । ८ ।

चन्द्रार्कानलकोटिकोटिसदृशा चन्द्रांशुबिम्बाधरी
चन्द्रार्काग्निसमानकुन्तलधरी चन्द्रार्कवर्णेश्वरी ।
मालापुस्तकपाशासाङ्कुशधरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी । ९ ।

क्षत्रत्राणकरी महाऽभयकरी माता कृपासागरी
साक्षान्मोक्षकरी सदा शिवकरी विश्वेश्वरश्रीधरी ।
दक्षाक्रन्दकरी निरामयकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी । १० ।

अन्नपूर्णे सदापूर्णे शङ्करप्राणवल्लभे ।
ज्ञानवैराग्यसिद्ध्यर्थं भिक्षां देहि च पार्वति । ११ ।

माता च पार्वती देवी पिता देवो महेश्वरः ।
बान्धवाः शिवभक्ताश्च स्वदेशो भुवनत्रयम् । १२ ।
श्री शङ्कराचार्य कृतं।

आप नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करके अन्नपूर्णा स्तोत्र – Annapurna Stotram PDF में डाउनलोड कर सकते हैं ।

2nd Page of Annapurna Stotram – अन्नपूर्णा स्तोत्र PDF
Annapurna Stotram – अन्नपूर्णा स्तोत्र

Annapurna Stotram – अन्नपूर्णा स्तोत्र PDF Download Free

SEE PDF PREVIEW ❏

REPORT THISIf the download link of Annapurna Stotram – अन्नपूर्णा स्तोत्र PDF is not working or you feel any other problem with it, please REPORT IT on the download page by selecting the appropriate action such as copyright material / promotion content / link is broken etc. If Annapurna Stotram – अन्नपूर्णा स्तोत्र is a copyright material we will not be providing its PDF or any source for downloading at any cost.

RELATED PDF FILES

Exit mobile version